Stock Market Today on Friday, May 30, 2025: एशियाई बाजारों में गिरावट के बीच भारतीय शेयर बाजार शुक्रवार (30 मई) को हफ्ते के लास्ट ट्रेडिंग सेशन में गिरावट में बंद हुए। अमेरिका की अपीलीय अदालत ने गुरुवार को राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा लगाए गए सबसे बड़े टैरिफ को अस्थायी रूप से फिर से लागू कर दिया है। इससे आईटी स्टॉक्स में गिरावट देखने को मिली और बाजार नीचे की तरफ फिसल गया।
तीस शेयरों वाला बीएसई सेंसेक्स (BSE Sensex) आज गिरावट के साथ 81,465.69 अंक पर खुला। कारोबार के दौरान यह ज्यादातर समय लाल निशान में रहा। एक समय यह 81,286.45 अंक तक फिसल गया था। अंत में सेंसेक्स 182.01 अंक या 0.22% की गिरावट लेकर 81,451.01 पर बंद हुआ।
इसी तरह, नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) का निफ्टी-50 (Nifty-50) आज मामूली गिरावट के साथ 24,812 अंक पर खुला। कारोबार के दौरान यह 24,717.40 अंक तक फिसल गया था। अंत में यह 82.90 अंक या 0.33% गिरकर 24,750.70 पर बंद हुआ।
बाजार में उतार-चढ़ाव के बीच निवेशक सतर्क रुख अपना रहे हैं। निवेशक मार्च 2025 तिमाही के लिए कॉर्पोरेट आय के अंतिम सेट का विश्लेषण कर रहे हैं। साथ ही मार्च तिमाही के जीडीपी डेटा की प्रतीक्षा कर रहे हैं। इसके अलावा निवेशकों का फोकस ट्रंप के टैरिफ से जुड़े ताजा वैश्विक व्यापार घटनाक्रम पर भी है।
जीडीपी डेटा आज जारी किए जाएंगे। वैश्विक अनिश्चितताओं के कारण निजी फर्मों की ओर से सतर्क निवेश गतिविधि के बावजूद ग्रामीण मांग में फिर से उछाल और सरकारी खर्च में वृद्धि के कारण जनवरी-मार्च तिमाही में देश की आर्थिक वृद्धि में तेजी आने की संभावना है।
इससे पहले गुरुवार को भारतीय शेयर बाजार उतार-चढ़ाव वाले कारोबार में चढ़कर बंद हुए। बीएसई सेंसेक्स (BSE Sensex) 320.70 अंक या 0.39% की बढ़त लेकर 81,633.02 पर क्लोज हुआ। नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) का निफ्टी-50 (Nifty-50) 81.15 अंक या 0.33% की मजबूती के साथ 24,833.60 पर बंद हुआ।
वॉशिंगटन की अपीलीय अदालत ने कहा कि वह निचली अदालत के फैसले को रोक रही है और सरकार की अपील पर जल्द विचार करेगी। दोनों पक्षों को जवाब देने के लिए तारीखें दी गई हैं। निचली अदालत ने कहा था कि संविधान के अनुसार टैक्स और टैरिफ लगाने का अधिकार केवल कांग्रेस के पास है, राष्ट्रपति के पास नहीं। ट्रंप ने अंतरराष्ट्रीय आपातकालीन आर्थिक शक्तियों के कानून का हवाला दिया था, जो राष्ट्रीय आपातकाल के दौरान लागू होता है।
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एशियाई बाजारों में शुक्रवार को गिरावट आई। धीमी होती अमेरिकी अर्थव्यवस्था, लगातार मुद्रास्फीति की आशंका और अमेरिकी राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप के ‘रेसिप्रोकल’ टैरिफ को लेकर कानूनी अनिश्चितता ने निवेशकों की धारणा को प्रभावित किया।
निक्केई में 1.48 प्रतिशत की गिरावट आई। जबकि ब्रोडर टॉपिक्स इंडेक्स में 0.8 प्रतिशत की गिरावट आई। दक्षिण कोरिया के कोस्पी में 0.18 प्रतिशत की गिरावट आई और एएसएक्स 200 में 0.19 प्रतिशत की गिरावट आई।
अमेरिका में गुरुवार को सभी तीन प्रमुख इंडेक्स हाई स्तर पर बंद हुए। टेक्नीकल स्टॉक्स विशेष रूप से एनवीडिया में लाभ से अमेरिकी बाजारों में तेजी आई। हालांकि, कोर्ट के फैसलों को लेकर अनिश्चितता ने तेजी को सीमित कर दिया। एसएंडपी 500 इंट्राडे में 0.9 प्रतिशत की वृद्धि के बाद 0.4 प्रतिशत चढ़ा। नैस्डैक कंपोजिट में 0.39 प्रतिशत की वृद्धि हुई, जो सत्र के उच्चतम 1.5 प्रतिशत लाभ से पीछे हट गया। डॉव जोन्स में 0.28 प्रतिशत की वृद्धि हुई।
विदेशी संस्थागत निवेशकों (FIIs) ने गुरुवार को 884.03 करोड़ रुपये के शेयर खरीदे। इसी तरह, घरेलू संस्थागत निवेशकों (DIIs) ने 29 मई को ₹4,286.50 करोड़ के शेयर खरीदे।