Stock Market Closing Bell, 24 June: ईरान-इजराइल के बीच समझौते पर सहमति बनने के कुछ ही घंटों बाद इसके उल्लघंन की खबरों के कारण भारतीय शेयर बाजार मंगलवार (24 जून) को मामूली बढ़त लेकर बंद हुए। दिन के कारोबार के दौरान प्रमुख बेंचमार्क इंडेक्स निफ्टी-50 और सेंसेक्स 1.25% तक चढ़ गए थे। यह तेजी अमेरिकी राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप (Donald Trump) के सोमवार रात एक बड़ी घोषणा के चलते आई थी। उन्होंने कहा था कि ईरान और इजराइल के बीच अब ‘पूरी तरह और हमेशा के लिए’ सीज़फायर हो गया है। हालांकि, इस घोषणा के कुछ घंटों में इजराइल और ईरान में हमलों की खबरें आई जिससे निवेषकों के सेंटीमेंट्स प्रभावित हुए।
तीस शेयरों वाला बीएसई सेंसेक्स (BSE Sensex) आज 600 से ज्यादा अंक चढ़कर 82,534.61 पर ओपन हुआ। कारोबार के दौरान यह 1100 अंक तक चढ़ गया था। अंत में यह 158.32 अंक या 0.19% की बढ़त लेकर 82,055.11 पर बंद हुआ।
इसी तरह, नैशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) का निफ्टी-50 भी मजबूत शुरुआत के साथ 25,179.90 पर ओपन हुआ। कारोबार के दौरान यह 25,317.70 अंक तक उछल गया था। अंत में यह 72.45 अंक या 0.29% की बढ़त के साथ 25,044.35 पर सेटल हुआ।
निफ्टी 50 इंडेक्स में अदाणी पोर्ट्स, जियो फाइनेंशियल सर्विसेज, श्रीराम फाइनेंस, ग्रासिम इंडस्ट्रीज और टाटा स्टील सबसे ज्यादा 2.89 फीसदी तक की बढ़त के साथ टॉप गेनर्स रहे। दूसरी तरफ, निफ्टी 50 में सबसे ज्यादा गिरावट वाले शेयरों में ओएनजीसी, इंडसइंड बैंक, पावर ग्रिड कॉर्प, ट्रेंट और एचसीएल टेक शामिल हैं। इनमें 2.90 फीसदी तक की गिरावट आई।
सेक्टोरल मोर्चे पर शुरुआती कारोबार में निफ्टी ऑयल एंड गैस इंडेक्स 1 प्रतिशत से ज्यादा चढ़ गया था। हालांकि, बाद में इसमें बिकवाली हावी हो गई और यह लाल निशान में बंद हुआ। इसके अलावा निफ़्टी पीएसयू इंडेक्स में तेजी देखने को मिली। यह 1.39% चढ़कर बंद हुआ। निफ्टी आयल एन्ड गैस, मीडिया और आईटी इंडेक्स को छोड़ सभी इंडेक्स इंडेक्स हरे निशान में बंद हुए।
राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप (Donald Trump) ने सोमवार रात एक चौंकाने वाली घोषणा की। उन्होंने कहा कि ईरान और इज़राइल के बीच अब “पूरी तरह और हमेशा के लिए” सीज़फायर हो गया है। उन्होंने इसे “12 दिन की जंग का अंत” बताया और कहा कि अमेरिका ने इस समझौते को करवाया है। ट्रंप के मुताबिक, यह समझौता मंगलवार रात (अमेरिकी समय के अनुसार) से शुरू होगा। पहले ईरान 12 घंटे तक सं
इजरायल और ईरान में सीजफायर की घोषणा के बाद एशिया के शेयर बाजारों में 2.5 प्रतिशत तक की बढ़त देखी गई। दक्षिण कोरिया के कोस्पी में 2.5 प्रतिशत की तेजी आई। जबकि ताइवान में 2 प्रतिशत की तेजी आई। जापान के निक्केई में 1 प्रतिशत से अधिक की तेजी आई। हैंग सेंग और स्ट्रेट्स टाइम्स में लगभग 0.7 प्रतिशत की तेजी आई। सीजफायर की खबरों से पहले अमेरिका के शेयर बाजार में सोमवार को मजबूती रही। डॉव जोन्स, नैस्डैक और एसएंडपी 500 में करीब 1 फीसदी की बढ़त दर्ज की गई।
ईरान और इजरायल के बीच सीजफायर समझौते से कच्चे तेल की कीमतें कम हो गईं। कच्चे तेल की कीमतों में गिरावट भारत के लिए राहत की बात होगी। भारत अपनी तेल की जरूरतों को पूरा करने के लिए आयात पर बहुत अधिक निर्भर है। कच्चे तेल की ऊंची कीमतें मुद्रास्फीति को बढ़ावा दे सकती हैं और राजकोषीय घाटा बढ़ा सकती हैं।
मिडिल ईस्ट में बढ़ते तनाव के बीच विदेशी निवेशकों (FIIs) की बिकवाली के दबाव में बेंचमार्क निफ्टी और सेंसेक्स सूचकांक में सोमवार को लगभग 0.6% की गिरावट आई। बाजार में अनिश्चितता के बावजूद 50 शेयरों वाले इंडेक्स निफ्टी-50 में जून में लगभग 1% की वृद्धि हुई है। यह केंद्रीय बैंक के नीतिगत उपायों में ढील और मजबूत घरेलू ग्रोथ संभावनाओं के कारण लगातार चौथे महीने बढ़त में रह सकता है।