स्मॉलकैप शेयरों के लिए संवत 2081 खराब प्रदर्शन वाला रहा है। बीएसई के स्मॉलकैप सूचकांक ने छह संवत में पहली बार नकारात्मक रिटर्न दिया है। हिंदू कैलेंडर वर्ष में यह सूचकांक 3.5 प्रतिशत गिरा है। संवत 2081 में निफ्टी 50 और सेंसेक्स क्रमशः 6.2 प्रतिशत और 5.7 प्रतिशत ऊपर रहे। इससे पहले संवत 2074 और 2075 में बीएसई स्मॉलकैप में 15.5 प्रतिशत और 8.8 प्रतिशत की गिरावट आई थी।
बीएसई मिडकैप सूचकांक ने संवत 2081 में 1 प्रतिशत का रिटर्न दिया है। इससे पिछले दो संवत वर्षों में उसने 41 प्रतिशत और 31 प्रतिशत का रिटर्न दिया था।
जियोजित फाइनैंशियल सर्विसेज में प्रमुख निवेश रणनीतिकार गौरांग शाह ने कहा, ‘वैश्विक घटनाक्रमों और घरेलू आय में धीमी वृद्धि के मद्देनजर इस संवत में निवेशकों का ध्यान मुख्य रूप से लार्ज और मिडकैप शेयरों पर रहा। स्मॉलकैप शेयरों में निवेशक मनोबल फिर से बहाल करने में सितंबर 2025 तिमाही (वित्त वर्ष 2026 की दूसरी तिमाही) की आय महत्त्वपूर्ण होगी। इसका मतलब है कि अगर आय मजबूत रहती है तो शेयर और खास सेक्टर से जुड़ी गतिविधियां जारी रहेंगी।’
संस्थागत निवेशकों – मुख्य रूप से घरेलू संस्थागत निवेशकों (डीआईआई) ने संवत 2081 में इक्विटी में 4.7 लाख करोड़ रुपये का निवेश किया है। डीआईआई में घरेलू म्युचुअल फंड, बीमा कंपनियां, बैंक, वित्तीय संस्थान और पेंशन फंड शामिल हैं। दूसरी ओर, आंकड़ों से पता चलता है कि विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों (एफपीआई) ने तेजी पर सवारलगातार चौथे संवत में ऑटोमोबाइल, धातु और पीएसयू बैंकों ने बाजार से बेहतर प्रदर्शन किया है। संवत 2081 में निफ्टी ऑटो इंडेक्स में 16 प्रतिशत और निफ्टी पीएसयू बैंक इंडेक्स में 14 प्रतिशत की बढ़त हुई है जबकि निफ्टी बैंक इंडेक्स में 12.1 प्रतिशत और निफ्टी मेटल इंडेक्स में 9.4 प्रतिशत का इजाफा हुआ है। आंकड़ों के अनुसार निफ्टी आईटी, निफ्टी एफएमसीजी और निफ्टी एनर्जी इंडेक्स में 4 से 14 प्रतिशत तक की गिरावट आई है।
बीएसई 500 में शामिल 192 शेयरों ने सूचकांक से बेहतर प्रदर्शन किया। यह सूचकांक संवत 2081 के दौरान 4 प्रतिशत बढ़ा। आंकड़ों के अनुसार एलऐंडटी फाइनैंस, लॉरस लैब्स, मणप्पुरम फाइनैंस, आरबीएल बैंक, फोर्टिस हेल्थकेयर, मुथूट फाइनैंस और वन97 कम्युनिकेशंस के शेयरों में 70 से 83 प्रतिशत तक की उछाल आई।
जियोजित के शाह को उम्मीद है कि अगर कमाई की उम्मीदें पूरी होती हैं तो संवत 2082 में स्मॉलकैप इंडेक्स से 15 प्रतिशत का रिटर्न मिल सकता है। उन्होंने कहा, ‘रक्षा, पूंजीगत वस्तु, इंजीनियरिंग, पूंजी बाजार से जुड़े शेयर, ऑटो और सीमेंट सेक्टर संवत 2082 के लिए मेरे तेजी के दांव हैं।’
आईसीआईसीआई सिक्योरिटीज के विश्लेषकों के अनुसार बाजार के लिए प्रमुख अल्पावधि कारक त्योहारी सीजन में जीएसटी में कटौती और संभावित अमेरिका-भारत व्यापार समझौते के बाद उपभोक्ता श्रेणियों में मांग में वृद्धि होना है। वित्त वर्ष 2025-27 के दौरान कॉरपोरेट आय में 12 प्रतिशत सालाना बढ़ोतरी की उम्मीद है।