SME stocks: छोटे और मध्यम उद्योगों (SME) के शेयरों ने बाजार में शानदार प्रदर्शन किया है। ACE Equity डेटा के मुताबिक, कैलेंडर वर्ष 2024 में अब तक कुछ चुनिंदा काउंटरों में 700 फीसदी से ज्यादा की बढ़ोतरी हुई है। NSE पर लिस्टेड 192 SME स्टॉक्स में से 109 स्टॉक्स, या करीब 57 फीसदी काउंटरों ने इस अवधि में पॉजिटिव रिटर्न दिया है।
इन 109 SME काउंटरों में से, 65 स्टॉक्स ने दो अंकों का रिटर्न (10 फीसदी से लेकर 99 फीसदी तक) दिया है, जबकि 25 स्टॉक्स की कीमतें दोगुनी से ज्यादा हो गई हैं, यानी 100 फीसदी से ज्यादा का रिटर्न। दूसरी ओर, निफ्टी 50 इंडेक्स ने इस अवधि में करीब 10 फीसदी की बढ़ोतरी की है।
एक्विनॉमिक्स रिसर्च (Equinomics Research) के फाउंडर और रिसर्च हेड जी चोक्कालिंगम के अनुसार, कई SME स्टॉक्स में मार्केट के ओवरआल पॉजिटिव माहौल की वजह से कीमतों में इजाफा हो सकता है। उनका मानना है कि मौजूदा लेवल पर ये स्टॉक्स जोखिम भरे हो सकते हैं।
उन्होंने कहा, ‘कुछ SME काउंटरों में कम फ्लोटिंग स्टॉक हो सकता है और दांव लगाने की एक्टिविटी की वजह से वृद्धि हो सकती है। निवेशकों को यहां सतर्क रहने की जरूरत है। अगर कोई स्टॉक 50x का प्राइस-अर्निंग कमांड कर रहा है, तो निवेशकों को यह जांचना चाहिए कि क्या कंपनी ने पिछले तीन सालों में हर साल लगभग 30 फीसदी की कंसिस्टेंट प्रॉफिट ग्रोथ दी है। अगर नहीं, तो निवेशकों को ऐसे SME स्टॉक्स से बाहर निकलना चाहिए।’
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भारत में ‘छोटे और मध्यम उद्योग’ (SME) छोटे पैमाने की औद्योगिक (SSI) इकाइयों और मध्यम पैमाने की औद्योगिक इकाइयों को बताने के लिए एक सामान्य शब्द है। भारत सरकार के अनुसार, किसी भी इंडस्ट्रियल यूनिट्स में इसके फिक्स्ड एसेट या लीज पर दी गई संपत्तियों या हायर-परचेज संपत्ति में कुल निवेश 1 करोड़ रुपये तक हो तो इसे SSI यूनिट माना जाता है, और 10 करोड़ रुपये तक का निवेश हो तो इसे मीडियम यूनिट माना जाता है।
इसके अलावा, एक SSI यूनिट न तो किसी अन्य इंडस्ट्रियल यूनिट की सब्सिडियरी होनी चाहिए और न ही किसी अन्य इंडस्ट्रियल यूनिट द्वारा स्वामित्व या नियंत्रित हो सकती है।
SME सेक्टर में कंपनियां फूड प्रोडक्ट्स, पेय पदार्थ (beverage), तंबाकू और तंबाकू उत्पाद, कपास वस्त्र (cotton textiles), ऊन, रेशम, सिंथेटिक प्रोडक्ट्स, जूट, सिल्क और सिंथेटिक प्रोडक्ट्स, लकड़ी और लकड़ी के उत्पाद, फर्नीचर और फिक्स्चर, पेपर और पेपर प्रोडक्ट्स, प्रिंटिंग पब्लिशिंग और इससे जुड़ी इंडस्ट्री जैसे उत्पादों की एक विस्तृत श्रृंखला का उत्पादन करती हैं।
बाजार में, ट्राइडेंट टेकलैब्स (Trident Techlabs) ने 771 फीसदी की बढ़ोतरी के साथ SME स्टॉक्स की रिटर्न चार्ट में टॉप रैंक हासिल किया, इसके बाद Kck Industries (667 फीसदी ऊपर), ), Kody Technolab, Oriana Power, Viviana Power, Solex Energy, Le Merite Exports और Supreme Power Equipment ने इस अवधि के दौरान 200 फीसदी से 550 फीसदी के बीच उछाल दर्ज की।
वेल्थमिल्स सिक्योरिटीज के डायरेक्टर (इक्विटी स्ट्रेटेजी) क्रांति बथिनी (Kranthi Bathini) ने कहा कि SME काउंटरों में हाई नेट वर्थ इन्वेस्टर्स (HNIs) की बढ़ती भागीदारी की वजह से ज्यादा तेजी देखी जा रही है। इसके अलावा, मौजूदा समय में इक्विटी मार्केट में उत्साह और पॉजिटिव इकोनॉमिक ग्रोथ की संभावनाओं ने भी SME स्टॉक्स में तेजी को बढ़ावा दिया है।
क्रांति ने अलर्ट किया और कहा, ‘मजबूत आर्थिक विकास ने SME बिजनेस में वृद्धि का नेतृत्व किया है; इसलिए हम इन काउंटरों पर खरीदारी की रुचि देख रहे हैं। हालांकि, निवेशकों को इस सेगमेंट में लोअर लिक्विडिटी, buy और sell बोलियों के बीच बड़े अंतर और निश्चित लॉट साइज जैसे जुड़े रिस्क के बारे में जागरूक होना चाहिए। इससे SME स्टॉक्स में एंट्री और एग्जिट मुश्किल हो जाती है।’