ब्रोकरेज फर्म मोतीलाल ओसवाल ने रिलायंस इंडस्ट्रीज (RIL) के शेयर पर ‘खरीदें’ (Buy) रेटिंग दी है। ब्रोकरेज का मानना है कि कंपनी ने पिछले कुछ सालों में भले ही अपने बेंचमार्क और प्रतिस्पर्धियों से कमजोर प्रदर्शन किया हो, लेकिन अब इसमें सुधार की बड़ी संभावनाएं हैं। प्रमुख क्षेत्रों जैसे Jio और रिटेल में हो रहे सुधारों और मजबूत कैश फ्लो जनरेशन के चलते कंपनी FY24-27 के दौरान करीब ₹1 लाख करोड़ का फ्री कैश फ्लो (FCF) जनरेट कर सकती है।
5G रोलआउट के साथ FY24 में कैपेक्स का हाई छूने के बाद, अब कंपनी के विभिन्न क्षेत्रों में मजबूत ग्रोथ की उम्मीद है। खासतौर पर Jio में टैरिफ बढ़ोतरी, बाजार हिस्सेदारी में बढ़त, और नई ऊर्जा से जुड़े गीगा फैक्ट्रीज के चालू होने जैसे कारक शेयर की लॉन्गटर्म ग्रोथ को बढ़ावा देंगे।
मोतीलाल ओसवाल का कहना है कि रिलायंस का शेयर फिलहाल निचले स्तर पर ट्रेड कर रहा है और यहां से निवेशकों को लंबी अवधि में शानदार रिटर्न मिलने की उम्मीद है।
ब्रोकरेज फर्म ने बढ़ाया टार्गेट प्राइस
9 दिसंबर को RIL का स्टॉक 1296.40 पर बंद हुआ। ब्रोकरेज मोतीलाल ने स्टॉक को बाय रेटिंग देते हुए टार्गेट प्राइस 1,580 रुपये दिया है। मौजूदा प्राइस से यह स्टॉक लॉन्ग टर्म में करीब 22 फीसदी का रिटर्न दे सकता है। पिछला एक साल कंपनी के लिए खास नहीं रहा है और स्टॉक ने केवल 5.46 फीसदी का ही रिटर्न दिया है लेकिन यह खरीद की सलाह उस समय आई है जब पिछले एक हफ्ते से स्टॉक नीचे गिर रहा है।
ब्रोकरेज फर्म ने क्यों दी खरीदारी की सलाह?
रिलायंस जियो (RJio) की ग्रोथ टैरिफ बढ़ोतरी, बाजार हिस्सेदारी में बढ़त और फिक्स्ड वायरलेस एक्सेस (FWA) सेवाओं के विस्तार से होगी। जुलाई 2024 में हुई टैरिफ बढ़ोतरी का असर अच्छा रहा है और इसका पूरा फायदा मार्च 2025 तक नजर आएगा।
5G रोलआउट पूरा होने के बाद, RJio अब अपनी AirFiber सेवाओं का विस्तार कर रहा है। अनुमान है कि ब्रॉडबैंड का योगदान FY27 तक 12-13% तक बढ़ सकता है। मोतीलाल ओसवाल ने RJio के रेवेन्यू और EBITDA में FY24-27 के दौरान 17% और 21% की सालाना वृद्धि का अनुमान लगाया है।
Reliance Retail: त्योहारी मांग से ग्रोथ में सुधार की उम्मीद
रिलायंस रिटेल (RR) की ग्रोथ हाल ही में कमजोर रही है, क्योंकि कंपनी संचालन को बेहतर करने में लगी थी। हालांकि, त्योहारी सीजन और शादी-विवाह की मांग से ग्रोथ में सुधार हो सकता है। FY24-27 के दौरान रिटेल कारोबार में 12.5% की सालाना वृद्धि (CAGR) का अनुमान है। EBITDA मार्जिन FY27 तक 8.4% पर स्थिर रहने की संभावना है। रिटेल सेगमेंट का अच्छा प्रदर्शन रिलायंस के शेयर की ग्रोथ के लिए बड़ा ट्रिगर बन सकता है।
O2C: रिफाइनिंग में सुधार, पेटकेम कमजोर रहेगा
ऑयल टू केमिकल्स (O2C) सेगमेंट में तीसरी तिमाही में रिफाइनिंग मार्जिन में सुधार हुआ है, लेकिन पेटकेम सेगमेंट फिलहाल कमजोर है। FY27 तक O2C में हल्की रिकवरी की उम्मीद है, लेकिन EBITDA FY24 के स्तर के आसपास ही रहेगा।
नई ऊर्जा: भविष्य की ग्रोथ का बड़ा जरिया
नई ऊर्जा के क्षेत्र में रिलायंस ने बड़ी योजनाएं बनाई हैं। FY25 की चौथी तिमाही में सोलर मॉड्यूल निर्माण की शुरुआत होगी। इसके बाद FY27-28 तक बैटरी और ग्रीन हाइड्रोजन उत्पादन के लिए कंपनी अपना विस्तार करेगी। हालांकि, नई ऊर्जा से तुरंत बड़ा मुनाफा नहीं होगा, लेकिन लंबी अवधि में यह कंपनी की ग्रोथ को मजबूती देगा।
आसान वैल्यूएशन और निवेश का मौका
मोतीलाल ओसवाल का मानना है कि FY24-27 के दौरान रिलायंस का EBITDA और PAT 10% की सालाना वृद्धि करेगा। कंपनी अपने कैपेक्स में कमी और बेहतर कैश फ्लो के जरिए लगभग ₹1 लाख करोड़ का फ्री कैश फ्लो जनरेट कर सकती है। सोम्प-ऑफ-द-पार्ट्स (SoTP) वैल्यूएशन के आधार पर, रिलायंस के शेयर का टारगेट प्राइस ₹1,580 रखा गया है। यह मौजूदा कीमत से करीब 22% का संभावित रिटर्न दिखाता है। निवेशकों के लिए यह एक अच्छा मौका हो सकता है।