पश्चिम एशिया और यूरोपीय क्षेत्र में जारी मौजूदा भू-राजनीतिक संकट के बीच अक्टूबर का महीना भारतीय शेयर बाजार के लिए अब तक उतार-चढ़ाव भरा रहा है। इसके अलावा इस वर्ष अब तक लगातार तेजी के बाद चुनिंदा मुनाफावसूली ने भी शेयर कीमतों पर कुछ हद तक असर डाला है।
बाजार में उतार-चढ़ाव के बावजूद माइक्रोकैप शेयरों ने अक्टूबर में अब तक शेष इक्विटी बाजार से बेहतर प्रदर्शन किया है। एस इक्विटी के आंकड़े से पता चलता है कि अक्टूबर में अब तक हर 10 निफ्टी माइक्रोकैप 250 शेयरों में से 1 में करीब 10 प्रतिशत से ज्यादा की तेजी आई है।
इसकी तुलना में निफ्टी स्मॉलकैप 250 सूचकांक के हरेक 25 में से 1 और निफ्टी मिडकैप 150 सूचकांक के हरेक 50 में से 1 शेयर में 10-10 प्रतिशत से ज्यादा तेजी आई है। इसी तरह व्यापक बाजार में निफ्टी-500 में हरेक 35 में से 1 शेयर में 10 प्रतिशत से ज्यादा तेजी दर्ज की गई । वहीं निफ्टी-50 सूचकांक की बात करें तो इस महीने एक भी शेयर 10 फीसदी की बढ़त हासिल करने में कामयाब नहीं हुआ है।
वेल्थमिल्स सिक्योरिटीज में निदेशक क्रांति बथिनी का कहना है कि ऐसा लगता है कि यह खास शेयरों में गतिविधि के कारण है न कि व्यापक सेगमेंट का रुझान। उन्होंने कहा कि व्यापक सेगमेंट में बेहतर प्रदर्शन के लिए 50 प्रतिशत से अधिक शेयरों को मजबूत लाभ दर्ज करने की आवश्यकता है।
एस इक्विटी के आंकड़े से पता चलता है कि निफ्टी माइक्रोकैप 250 सूचकांक के हर 5 शेयरों में से 1 में अक्टूबर में अब तक 5 प्रतिशत से ज्यादा तेजी आई है। इसका मतलब यह है कि निफ्टी माइक्रोकैप के करीब 10 प्रतिशत शेयर 10 प्रतिशत से ज्यादा उछले हैं जबकि 20 फीसदी शेयरों में 5 प्रतिशत से ज्यादा की तेजी आई है।
इन चुनिंदा शेयरों में आईआईएफएल सिक्योरिटीज करीब 29 प्रतिशत तेजी के साथ शीर्ष पर है। आईएफबी इंडस्ट्रीज, धनी सर्विसेज और वीए टेक वाबेग में करीब 25-25 प्रतिशत तेजी आई है। गणेश हाउसिंग कॉरपोरेशन और रेडटेप में भी 21 प्रतिशत से ज्यादा की तेजी दर्ज की गई।
स्ट्राइड्स फार्मा, टाइम टेक्नोप्लास्ट, पारादीप फॉस्फेट, न्यूलैंड लैब्स, सिंफनी, सांघवी मूवर्स, डोडला डेरी और बॉम्बे डाइंग उन शेयरों में शामिल हैं जिनमें 10 प्रतिशत से ज्यादा तेजी आई।