DLF Share Price: मार्केट कैप के लिहाज से भारत की सबसे बड़ी रियल एस्टेट कंपनी डीएलएफ (DLF) के शेयर आज मार्केट में शानदार परफॉर्मेंस दिखा रहे हैं। NSE पर कंपनी के शेयर करीब 7 फीसदी की उछाल के साथ 874 के इंट्रा डे हाई पर पहुंच गए थे। हालांकि, बाद में मामूली गिरावट आई और इसके शेयर (DLF Share) 5.42 % की उछाल के साथ 866.20 रुपये पर बंद हुए।
कंपनी की जून तिमाही के परिणामों में जबरदस्त परफॉर्मेंस को देखते हुए इसके शेयरों में उछाल देखने को मिल रही है। आज ब्रोकरेज फर्म जेपी मॉर्गन (JP Morgan) ने इसके शेयरों के लिए टारगेट प्राइस को 925 रुपये से बढ़ाकर 1,000 रुपये प्रति शेयर कर दिया है। इस लिहाज से देखा जाए तो आज की क्लोजिंग प्राइस से इसके शेयरों में 15 फीसदी के करीब की बढ़त देखने को मिलेगी। जबकि पिछले कारोबारी दिन (14 अगस्त) की क्लोजिंग प्राइस (821.65 रुपये) प्रति शेयर के मुकाबले 21.6% की बढ़ोतरी देखने को मिलेगी।
ब्रोकरेज फर्म ने कहा कि DLF का ऑपरेटिंग कैश फ्लो वित्त वर्ष 25 (FY25 DLAF casg flow) 1 अरब डॉलर (1 बिलियन डॉलर) पार कर जाएगा। ब्रोकरेज को उम्मीद है कि चालू वित्त वर्ष (FY25) में कंपनी के मार्जिन और कैश फ्लो के साथ-साथ DLF की प्री-सेल्स में बढ़ोतरी देखने को मिलेगी।
हाल ही में DLF ने वित्त वर्ष 25 की अप्रैल-जून तिमाही के परिणाम (DLF Q1 Results 2025) घोषित करते हुए बताया था कि कंपनी ने मीडियम टर्म में अलग-अलग शहरों में करीब 3.7 करोड़ वर्ग फुट एरिया की बिक्री की योजना बनाई है। इससे 1.04 लाख करोड़ रुपये का रेवेन्यू हासिल होने की उम्मीद है। यह लक्जरी मकानों की मजबूत मांग को भुनाने की कंपनी की रणनीति का हिस्सा है।
JPMorgan ने DLF की रेटिंग को ‘ओवरवेट’ पर ही बरकरार रखा है। ब्रोकरेज को उम्मीद है कि कंपनी की बिक्री में बढ़ोतरी होगी और इसके रेंटल बिजनेस से जमकर नकदी मिलेगी।
बता दें कि चालू वित्त वर्ष की जून तिमाही (Q1FY25) के दौरान मजबूत बिक्री की वजह से DLF का नकदी संग्रह (कैश कलेक्शन) भी एक साल पहले की तिमाही (Q1FY24) की के मुकाबले दोगुना हो गया था जबकि तिमाही आधार (QoQ) पर इसमें एक-तिहाई तक की तेजी आई है। DLF का Q1FY25 में कैश कलेक्शन 2,968 करोड़ रुपये रहा। इसकी वजह से, ऑपरेटिंग कैश फ्लो भी एक साल पहले के मुकाबले 152 फीसदी बढ़ गया जबकि तिमाही आधार पर यह दो-तिहाई से ज्यादा बढ़कर 1,849 करोड़ रुपये रहा।
DLF ने FY24 के 15,000 करोड़ रुपये की सेल्स बुकिंग के मुकाबले वित्त वर्ष 2024-25 के लिए 17,000 करोड़ रुपये की बिक्री बुकिंग हासिल करने का लक्ष्य रखा है। मीडियम टर्म में शुरू की जाने वाली कुल 1,04,500 करोड़ रुपये के प्रोजेक्ट्स में से केवल 1,000 करोड़ रुपये की प्रोजेक्ट्स कमर्शियल प्रॉपर्टीज से और बाकी बचे प्रोजेक्ट्स हाउसिंग सेगमेंट से शुरू की जाने वाली योजना है। इन प्रोजेक्ट्स को मुख्य रूप से दिल्ली, गुरुग्राम, चंडीगढ़ ट्राईसिटी, मुंबई और गोवा में शुरू किया जाएगा।
DLF के फाइनेंशियल रिजसल्ट्स आने के बाद से इसके शेयरों में तेजी देखी जा रही है। साल 2024 की बात की जाए तो इसके शेयरों में अबतक (YTD) करीब 20 फीसदी का उछाल आया है। जबकि, पूरे रियल एस्टेट सेक्टर की बात की जाए तो उसमें 18 फीसदी के करीब उछाल देखने को मिला है। DLF के शेयरों ने निवेशकों को एक साल में करीब 80 फीसदी, 3 महीने में 2 फीसदी और 1 सप्ताह में करीब 4 फीसदी का रिटर्न दिया है।
मौजूदा समय में NSE पर DLF का मार्केट कैप 2,15,797.96 करोड़ रुपये है। कंपनी के शेयरों ने 1 अप्रैल 2024 को 967.60 रुपये प्रति शेयर की वैल्यू के साथ एक साल का हाई (52 वीक हाई) दर्ज किया था।