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फ्रेंच फ्राइज बनाने वाली कंपनी HyFun Foods लाएगी IPO, ₹5,000 करोड़ टर्नओवर का रखा लक्ष्य

कंपनी ने अगले तीन साल में मध्य प्रदेश और उत्तर प्रदेश में आलू प्रोसेसिंग इकाइयां लगाने की योजना बनाई

Last Updated- June 26, 2025 | 10:17 PM IST
French fries
Photo: wikimedia commons

केएफसी, मैकडॉनल्ड और बर्गर किंग जैसे वैश्विक दिग्गजों को आपूर्ति करने वाली और संगठित क्षेत्र में भारत की सबसे बड़ी फ्रेंच फ्राइज निर्माता कंपनियों में से एक हाइफन फूड्स अपनी वृद्धि और विस्तार योजनाओं को धन मुहैया कराने के लिए अपनी आईपीओ योजना को रफ्तार दे सकती है। हाइफन फूड्स की कृषि व्यवसाय इकाई हाइफार्म के सीईओ एस सुंदरराजन ने यह जानकारी दी। सुंदरराजन ने बिजनेस स्टैंडर्ड को बताया, ‘आईपीओ योजनाएं अभी भी चर्चा के स्तर पर हैं। लेकिन हम अगले 2-3 वर्षों में इसे लाने की योजना बना रहे हैं।’ सूत्रों ने कहा कि कंपनी अपनी विस्तार योजनाओं को आगे बढ़ाने के लिए पीई फंडों के साथ भी बातचीत कर रही है।

नइस बीच, सुंदरराजन ने कहा कि कंपनी का वित्त वर्ष 2024 में कुल कारोबार लगभग 1,450 करोड़ रुपये था। इसे वे गुजरात के अलावा अन्य राज्यों में आलू प्रसंस्करण इकाइयों में नए निवेश के दम पर वित्त वर्ष 2028 तक बढ़ाकर 5,000 करोड़ रुपये करने की योजना बना रहे हैं।

उन्होंने कहा, ‘अगले तीन वर्षों में हमने 1,000 करोड़ रुपये के निवेश की योजना बनाई है। ये निवेश गुणवत्ता और नवाचार के प्रति हमारी प्रतिबद्धता और कृषि विकास के लिए बुनियादी ढांचे के निर्माण की दिशा में हमारे समर्पण को दर्शाते हैं।’

उन्होंने कहा कि इस समय गुजरात में कंपनी के पांच आलू प्रसंस्करण संयंत्र हैं। इनकी आलू प्रसंस्करण की वार्षिक क्षमता 250,000 टन है। आलू के फ्लेक्स, फ्रेंच फ्राइज और आलू के विशेष उत्पादों के लिए मेहसाणा में तीन अन्य संयंत्र लगाने की भी योजना है।

कंपनी गुजरात में अपनी क्षमता दोगुनी करना चाहती है और राज्य को आलू उत्पादन का ‘बेल्जियम’ बनाना चाहती है। गुजरात में उत्पादित कुल आलू का लगभग 80 प्रतिशत ऐसा है जिसका प्रसंस्करण किया जा सकता है। कंपनी ने मध्य प्रदेश और उत्तर प्रदेश में भी अपने परिचालन का विस्तार करने की योजना बनाई है।

सुंदरराजन ने कहा कि मध्य प्रदेश में निवेश 2028 के आसपास प्रस्तावित है जबकि उत्तर प्रदेश में यह 2029-2030 में किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि इस समय कंपनी लगभग 65,000 टन आलू के बीज का उत्पादन करती है जिसे 2028 तक बढ़ाकर 100,000 टन करने किया जाएगा।

सुंदरराजन ने कहा, ‘हाइफार्म की योजना 30,000 किसानों के साथ सहयोग करने और 2028 तक भारत में 10 लाख टन आलू खरीद के महत्वाकांक्षी लक्ष्य को हासिल करने की दिशा में काम करने की है।

First Published - June 26, 2025 | 10:15 PM IST

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