विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों (एफपीआई) ने मंगलवार को 6,516 करोड़ रुपये के भारतीय शेयरों की बिकवाली की। इसमें से अधिकांश निकासी एमएससीआई सूचकांक के ताजा पुनर्संतुलन के कारण हुई। इस पुनर्गठन में इटर्नल (पूर्व में ज़ोमैटो), एशियन पेंट्स और जिंदल स्टील ऐंड पावर जैसे शेयरों के भारांक में कमी देखी गई जबकि सोना बीएलडब्ल्यू प्रिसिजन और थर्मैक्स को एमएससीआई ग्लोबल स्टैंडर्ड इंडेक्स से बाहर निकाल दिया गया।
इसने एफपीआई की सक्रिय बिकवाली को बढ़ावा मिला और उन्हें इस महीने की शुरुआत में वैश्विक सूचकांक प्रदाता द्वारा घोषित बदलावों के अनुरूप अपनी पोजीशन समायोजित करनी पड़ी। हालांकि स्विगी, विशाल मेगा मार्ट, हिताची एनर्जी और वारी एनर्जीज को सूचकांक में शामिल करने से इस निकासी को कुछ हद तक कम हुई। ये शेयर तेज उछाल या शेयरधारिता में लॉक-इन अवधि की समाप्ति के कारण शामिल हुए जिससे इंडेक्स में शामिल होने की उनकी पात्रता में सुधार हुआ।
एमएससीआई ग्लोबल स्मॉलकैप इंडेक्स में बदलाव के तहत 15 कंपनियों को जोड़ा गया और छह को हटाया गया। शामिल नई कंपनियों में बेलराइज इंडस्ट्रीज, ब्रेनबीज सॉल्यूशंस और कैपरी ग्लोबल शामिल हैं जबकि भारत डायनेमिक्स, ईजी ट्रिप प्लानर्स, हिकल और जैन इरिगेशन को बाहर किया गया है।
एमएससीआई द्वारा संचालित यह जोड़-घटाव ऐसे समय में हो रहा है जब एफपीआई पहले से ही आक्रामक तरीके से अपना निवेश कम कर रहे हैं। अगस्त में अब तक उन्होंने घरेलू शेयरों से 23,255 करोड़ रुपये से अधिक की निकासी की है जबकि जुलाई में 17,741 करोड़ रुपये की निकासी की गई थी। मजबूत घरेलू तरलता के बावजूद लगातार बिकवाली ने बाजार की धारणा को दबाव में रखा है।