दोपहिया निर्माता आयशर मोटर्स का शेयर शुक्रवार को दिन के कारोबार में 6.6 प्रतिशत तेजी के साथ बीएसई-100 के सर्वाधिक चढ़ने वालों में शामिल रहा। यह तेजी मार्च तिमाही में अनुमान से बेहतर प्रदर्शन और ब्रोकरों द्वारा आय अनुमान बढ़ाए जाने की वजह से दर्ज की गई है। एकल राजस्व (रॉयल एनफील्ड) सालाना आधार पर 19.9 प्रतिशत तक बढ़ा, जिसे बिक्री में 18 प्रतिशत वृद्धि और प्राप्तियों में सुधार आने से मदद मिली।
बिक्री वृद्धि को कई नई वाहन पेशकशों (हंटर 350 और सुपर मेटिओर 650 समेत) से मदद मिली। प्राप्तियां करीब 2 प्रतिशत तक सुधरकर 1.75 लाख रुपये प्रति वाहन पर पहुंच गईं, क्योंकि इन्हें बेहतर उत्पाद मिश्रण और नवंबर में की गई कीमत वृद्धि से मदद मिली। नई पेशकशों से बिक्री बढ़ी और इससे कंपनी को घरेलू बाजार में 7.5 प्रतिशत की मजबूत भागीदारी दर्ज करने में कामयाबी मिली।
ब्रोकरों को अनुमान है कि कंपनी भविष्य में मजबूत बिक्री दर्ज करेगी, क्योंकि सुधार की रफ्तार तेज हुई है, निर्यात में तेजी आई है और नई पेशकशों से मदद मिल रही है। निर्मल बांग रिसर्च को बिक्री वृद्धि घरेलू और निर्यात बाजारों, दोनों के लिए वित्त वर्ष 2023-35 के दौरान 13 प्रतिशत रहने का अनुमान है।
वाणिज्यिक वाहन (सीवी) सेगमेंट में तेजी से संयुक्त उपक्रम वोल्वो आयशर कमर्शियल व्हीकल्स को लाभ हो सकता है। कंपनी को वित्त वर्ष 2024 में सीवी उद्योग की वृद्धि दो अंक में रहने का अनुमान है।
मोतीलाल ओसवाल रिसर्च के विश्लेषकों का कहना है कि कंपनी छोटे आकार के स्टोरों, कीमत वृद्धि, नई वाहन पेशकशों के जरिये अपना दायरा बढ़ा रही है।
कंपनी ने परिचालन प्रदर्शन के संदर्भ में बाजार अनुमानों को पीछे छोड़ दिया। समेकित स्तर पर सकल मार्जिन सालाना आधार पर 60 आधार अंक और तिमाही आधार पर 250 आधार अंक तक बढ़कर 44.3 प्रतिशत रहा।
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मार्जिन वृद्धि में कच्चे माल की लागत में गिरावट का अहम योगदान रहा। इसके अलावा, पूर्ववर्ती तिमाही में कीमत वृद्धि , निर्यात में तेजी और लागत बचत प्रयासों से भी मुनाफे को बढ़ावा मिला।
जहां परिचालन लाभ सालाना आधार पर 23 प्रतिशत बढ़कर 930 करोड़ रुपये रहा, वहीं परिचालन स्तर पर मार्जिन 80 आधार अंक और तिमाही आधार पर 150 आधार अंक बढ़कर 24.5 प्रतिशत पर पहुंच गया, जो 13 तिमाहियों में सर्वाधिक है।
दोपहिया सेगमेंट में यह शेयर प्रभुदास लीलाधर रिसर्च का पसंदीदा है।