फूड डिलिवरी प्लेटफॉर्म जोमैटो और क्विक-कॉमर्स फर्म ब्लिंकइट की पैतृक कंपनी इटरनल का शेयर मंगलवार को बीएसई पर 14.8 फीसदी चढ़कर 311.6 रुपये के सबसे ऊंचे स्तर पर पहुंच गया। इसके साथ ही इसका बाजार पूंजीकरण दिन के कारोबार में 3 लाख करोड़ रुपये पार कर गया। इटरनल का शेयर आखिर में बीएसई पर 10.56 फीसदी तक की तेजी के साथ 299.85 पर बंद हुआ। बीएसई का सेंसेक्स 0.02 फीसदी कमजोर होकर 82,186.81 पर बंद हुआ। शेयर में यह तेजी सोमवार को जारी कंपनी के पहली तिमाही के नतीजों के बाद आई है।
विश्लेषकों का कहना है कि शुद्ध लाभ में तिमाही आधार पर बड़ी गिरावट के बावजूद इटरनल के शेयर में निवेशकों की दिलचस्पी दिखी है, जिसकी वजह कंपनी के क्विक कॉमर्स कारोबार में स्थिरता है। इटरनल ने वित्त वर्ष 2026 की पहली तिमाही में 25 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ कमाया जो पिछले साल की इसी तिमाही के 253 करोड़ रुपये से काफी कम है। हालांकि कंपनी का राजस्व सालाना आधार पर 70.3 फीसदी बढ़कर 7,167 करोड़ रुपये हो गया जो एक साल पहले 4,206 करोड़ रुपये था।
कंपनी का समेकित समायोजित राजस्व 7,563 करोड़ रुपये रहा और इसमें सालाना आधार पर 67 फीसदी और तिमाही आधार पर 22 फीसदी की वृद्धि दर्ज की गई। मुनाफे के मोर्चे पर समायोजित एबिटा 172 करोड़ रुपये रहा जो एक साल पहले के मुकाबले 42 फीसदी की गिरावट है। वित्त वर्ष 2026 की पहली तिमाही में कंपनी की क्विक कॉमर्स इकाई ब्लिंकइट उसकी वृद्धि में बड़ी मददगार रही। ब्लिंकइट का सकल ऑर्डर मूल्य (जीओवी) बढ़कर 11,820 करोड़ रुपये हो गया जो तिमाही आधार पर 25.5 प्रतिशत और सालाना आधार पर 140.1 प्रतिशत की शानदार बढ़ोतरी है। यह वृद्धि मासिक लेन-देन वाले ग्राहकों की संख्या में सालाना आधार पर लगभग 122 प्रतिशत की वृद्धि के कारण हुई। क्विक कॉमर्स सेगमेंट में औसत ऑर्डर वैल्यू (एओवी) में पिछले वर्ष की इसी तिमाही की तुलना में 7.1 प्रतिशत का सुधार हुआ है।
ज्यादातर ब्रोकरों ने कंपनी के नतीजों पर सकारात्मक प्रतिक्रिया दी है और सुधरते आंकड़ों तथा आगामी संभावनाओं के आधार पर कीमत लक्ष्य बढ़ाते हुए खरीदें रेटिंग की फिर से पुष्टि की है। नोमूरा ने इटरनल पर अपनी ‘खरीदें’ रेटिंग बरकरार रखी और कीमत लक्ष्य को 280 से बढ़ाकर 300 रुपये कर दिया। नुवामा इंस्टीट्यूशनल इक्विटीज ने भी ‘खरीदें’ रेटिंग बरकरार रखी है और कीमत लक्ष्य को 290 से बढ़ाकर 320 रुपये कर दिया है।