Stock Market Closing Bell: वैश्विक बाजारों से मिलेजुले रुख के बीच भारतीय शेयर बाजार मंगलवार (18 फरवरी) को एक बार फिर गिरावट में बंद हुए। इंट्रा डे ट्रेड के दौरान बाजार आधा प्रतिशत से ज्यादा गिर गया था। आईटी, बिजली, ऑइल एन्ड गैस और मेटल शेयरों में बढ़त से बाजार को गिरावट से लगभग उबरने में मदद मिली।
तीस शेयरों वाला बीएसई सेंसेक्स आज 76.85 अंक या 0.10 प्रतिशत बढ़कर 76,073 पर ओपन हुआ। कारोबार के दौरान यह 75,531 अंक तक गिर गया था। अंत में सेंसेक्स काफी हद तक रिकवर करते हुए 45.78 अंक या 0.06% गिरकर 75,951 पर लगभग सपाट बंद हुआ।
इसी तरह नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) का निफ्टी50 भी आज मामूली बढ़त के साथ खुला। हालांकि, खुलते ही यह लाल निशान में चला गया और कारोबार के दौरान 22,801 के स्तर तक फिसल गया था। अंत में इंडेक्स 14.20 अंक या 0.06% की गिरावट लेकर 22,945.30 पर बंद हुआ।
टॉप लूजर्स
सेंसेक्स की 30 कंपनियों में इंडसइंड बैंक का शेयर सबसे ज्यादा 2.38% गिरकर बंद हुआ। अल्ट्रा सीमेंट, महिंद्रा एन्ड महिंद्रा, हिंदुस्तान यूनिलीवर, टीसीएस, सनफार्मा, आईटीसी, टाटा मोटर्स, आईसीआईसीआई बैंक, एशियन पेण्ट प्रमुख रूप से गिरावट में रहे।
टॉप गेनर्स
दूसरी तरफ, एनटीपीसी का शेयर लगभग 3% चढ़कर बंद हुआ। साथ ही टेक महिंद्रा, जोमैटो, पावर ग्रिड, कोटक बैंक, एचसीएल टेक, इन्फोसिस, बजाज फाइनेंस, एचडीएफ़सी बैंक के शेयर चढ़कर बंद हुए।
देसी कंपनियों के दिसंबर तिमाही के सुस्त नतीजे और विदेशी निवेशकों की बिकवाली को लेकर बाजार में दबाव बना हुआ है। साथ ही ब्रोडर मार्केटस में हाई वैल्यूएशन के कारण स्मॉलकैप और मिडकैप स्टॉक्स में गिरावट ने बाजार की चिंता को और बढ़ा दिया है।
बाजार के जानकारों का कहना है कि भारतीय ब्लू-चिप इक्विटी इंडेक्स सेंसेक्स और निफ्टी-50 मामूली गिरावट के साथ बंद हुए। मुख्य रूप से कंपनियों के सुस्त दिसंबर तिमाही नतीजे और विदेशी निवेशकों की बिकवाली पर चिंताओं के कारण बाजार के सेंटीमेंट प्रभावित हुए।
एशियाई बाजारों में साउथ कोरिया का कोस्पी, टोक्यो का निक्की 225 और हांगकांग पॉजिटिव रुख में रहे जबकि चीन का शंघाई कम्पोजिट निचले स्तर पर बंद हुआ। यूरोपीय बाज़ार अधिकतर निचले स्तर पर रहे। सोमवार को ‘राष्ट्रपति दिवस’ की वजह अमेरिकी शेयर बाजार बंद रहे।
एक्सचेंज डेटा के मुताबिक, विदेशी संस्थागत निवेशकों (FIIs) की बिकवाली का सिलसिला लगातार जारी है। उन्होंने सोमवार को 3,937.83 करोड़ रुपये की इक्विटी बेची।
जियोजित फाइनेंशियल सर्विसेज (Geojit Financial Services) के चीफ इन्वेस्टमेंट स्ट्रैटेजिस्ट वी. के. विजयकुमार का मानना है कि बाजार की मौजूदा कंस्ट्रक्ट बुल्स के पक्ष में नहीं है। विदेशी निवेशक (FIIs) बिकवाली जारी रख सकते हैं। ऐसा इसलिए क्योंकि बाजार से जुड़े सकारात्मक संकेत नहीं मिल रहे हैं। अमेरिकी बाजार मजबूत बना हुआ है, जिससे वहां कैपिटल फ्लो बढ़ सकता है। यदि चीन सरकार के नए सुधारों से FIIs को सकारात्मक संकेत मिलते हैं, तो भारतीय बाजारों के लिए यह और बुरी खबर हो सकती है।”