शेयर बाजार

SEBI ने आरोप खारिज किए तो अदाणी समूह के शेयरों में दिखी जबरदस्त तेजी, मार्केट कैप 66,000 करोड़ रुपये बढ़ा

अदाणी समूह का बाजार पूंजीकरण करीब 66,000 करोड़ रुपये बढ़ गया, समूह की सूचीबद्ध सभी 9 कंपनियों के शेयरों में 0.3 फीसदी से 12.4 फीसदी के बीच तेजी आई

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बीएस संवाददाता   
Last Updated- September 19, 2025 | 10:15 PM IST

भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड (सेबी) द्वारा अमेरिकी शॉर्ट-सेलिंग फर्म हिंडनबर्ग रिसर्च की ओर से अदाणी समूह पर लगाए गए प्रमुख आरोपों को खारिज करने के बाद आज समूह की कंपनियों के शेयरों में जोरदार तेजी आई। अदाणी समूह का बाजार पूंजीकरण करीब 66,000 करोड़ रुपये बढ़ गया।

अदाणी समूह की सूचीबद्ध सभी 9 कंपनियों के शेयरों में 0.3 फीसदी से 12.4 फीसदी के बीच तेजी आई। समूह का कुल बाजार पूंजीकरण (एमकैप) 4.8 फीसदी या 65,932 करोड़ रुपये बढ़कर 14.28 लाख करोड़ रुपये हो गया। 12 मई के बाद समूह के एमकैप में यह एक दिन में आई सबसे बड़ी उछाल है। यह बढ़त ऐसे दिन आई जब बेंचमार्क सेंसेक्स मुनाफावसूली के चलते लगभग आधा फीसदी की गिरावट के साथ बंद हुआ। निफ्टी 50 में अदाणी एंटरप्राइजेज 5.3 फीसदी की बढ़त के साथ सबसे अच्छा प्रदर्शन करने वाला शेयर रहा। 

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बाजार विशेषज्ञों ने कहा कि सेबी के फैसले से गौतम अदाणी के नेतृत्व वाले समूह की एक महत्त्वपूर्ण बाधा दूर हो गई है।

केआर चोकसी शेयर्स के प्रबंध निदेशक देवेन चोकसी ने कहा, ‘यह फैसला समूह को लेकर कई संशय को दूर करता है और यह निवेशकों का विश्वास वापस लाने में मदद करेगा। बाधा दूर होने के साथ बड़े निवेशक जो अभी तक समूह की कंपनियों में निवेश करने से परहेज कर रहे थे, अब पैसा लगाना शुरू कर सकते हैं।’

बीते गुरुवार को जारी दो अलग-अलग आदेशों में बाजार नियामक सेबी ने अदाणी समूह को पैसों की हेरफेर और संबंधित पक्ष के साथ लेनदेन (आरपीटी) मानदंडों के उल्लंघन से संबंधित आरोपों से मुक्त कर दिया। नियामक ने कहा कि हिंडनबर्ग रिसर्च द्वारा 2023 की रिपोर्ट में बताए गए लेनदेन को आरपीटी के रूप में वर्गीकृत नहीं किया जा सकता है। नतीजतन अदाणी कंपनियों को खुलासा नियमों के उल्लंघन या शेयर भाव में हेरफेर करने का दोषी नहीं ठहराया जा सकता।

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हालांकि सूत्रों ने कहा कि सेबी हिंडनबर्ग द्वारा समूह के खिलाफ न्यूनतम सार्वजनिक शेयरधारिता  और भेदिया कारोबार नियमों के संभावित उल्लंघन से संबंधित आरोपों की अभी जांच कर रहा है।

जनवरी 2023 की हिंडनबर्ग रिसर्च की रिपोर्ट जारी होने के बाद अदाणी समूह के शेयरों में भारी बिकवाली हुई थी जिससे समूह के एमकैप में करीब 12 लाख करोड़ रुपये की चपत लगी। शॉर्ट सेलर फर्म की रिपोर्ट से पहले अदाणी समूह का कुल बाजार पूंजीकरण 19.2 लाख करोड़ रुपये था, जो 27 फरवरी, 2023 को घटकर 6.8 लाख करोड़ रुपये रह गया था।

मॉर्गन स्टैनली द्वारा ‘ओवरवेट’ रेटिंग देने और 818 रुपये के मूल्य लक्ष्य के साथ लिवाली की सलाह से अदाणी पावर का शेयर 12.4 फीसदी बढ़कर 709 रुपये पर बंद हुआ।

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मॉर्गन स्टैनली ने कहा, ‘अदाणी पावर भारत में कॉरपोरेट बदलाव का अच्छा उदाहरण है, जहां नियामकीय चुनौतियां काफी हद तक दूर हो चुकी हैं। कंपनी समय पर परियोजनाएं पूरी करने और अतिरिक्त बिजली खरीद करार (पीपीए) हासिल कर मजबूत आय वृद्धि हासिल करने की स्थिति में है।’ उसके अनुसार वित्त वर्ष 2033 तक कंपनी का परिचालन मुनाफा तीन गुना होने का अनुमान है।

First Published : September 19, 2025 | 10:15 PM IST