Sensex Nifty Outlook: भारतीय शेयर बाजार में गुरुवार, 27 नवंबर 2025 का दिन ऐतिहासिक साबित हुआ। लंबे इंतजार के बाद आखिरकार Sensex और Nifty दोनों ने अपने अब तक के सर्वोच्च स्तर को छू लिया। Nifty ने पहली बार 26,300 अंक को पार किया और 26,310.45 के नए रिकॉर्ड स्तर तक पहुंचा। दूसरी ओर, Sensex ने भी 86,055.86 का नया ऑल-टाइम हाई बनाया, जो इससे पहले दर्ज 85,978 के स्तर को पार कर गया। Nifty को यह नया रिकॉर्ड बनाने में करीब 288 ट्रेडिंग सेशन लगे, जो सितंबर 2024 से अब तक का सफर रहा।
Kotak Securities के इक्विटी रिसर्च हेड श्रीकांत चौहान ने कहा कि निफ्टी का नया रिकॉर्ड बाजार की मजबूती और अच्छी अर्थव्यवस्था का संकेत है। उन्होंने कहा कि बाजार लंबे समय में धैर्य, अनुशासन और सही जानकारी से आगे बढ़ता है, न कि छोटी-मोटी खबरों से। उनके मुताबिक, इस सफलता का श्रेय सरकार, नीतियां बनाने वालों और छोटे निवेशकों को जाता है, जिन्होंने मुश्किल समय में भी भरोसा बनाए रखा। यह बाजार और निवेशकों, दोनों के लिए खुशी मनाने वाला पल है।
मार्केट के जानकारों का कहना है कि अभी निवेश करने का समय ठीक है, लेकिन निवेशकों को जल्दीबाजी नहीं करनी चाहिए। थोड़ा-थोड़ा करके धीरे-धीरे पैसा लगाना बेहतर है। Angel One के वकार जावेद खान ने बताया कि भारत अभी भी दुनिया की सबसे तेज बढ़ती अर्थव्यवस्था है। महंगाई भी काबू में है और आने वाले समय में नीतियों में ढील मिलने की उम्मीद है। साथ ही, अमेरिका में दिसंबर में ब्याज दरें कम हो सकती हैं, जिससे दुनिया भर के शेयर बाजारों में अच्छा माहौल बना है। उन्होंने सलाह दी कि जब बाजार थोड़ा गिरता है, तब अच्छी और मजबूत कंपनियों के शेयर खरीदने चाहिए।
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बीते बुधवार बाजार में जबरदस्त तेजी देखने को मिली और 14 महीने की सुस्ती खत्म हो गई। Sensex 1,023 अंक चढ़ गया और Nifty भी 320 अंक ऊपर गया। इस बढ़त का सबसे बड़ा कारण विदेशी निवेशकों की भारी खरीदारी रही। उन्होंने सिर्फ कैश मार्केट में ही नहीं, बल्कि डेरिवेटिव यानी फ्यूचर्स और ऑप्शंस मार्केट में भी खरीद बढ़ाई, जिससे बाजार को और ताकत मिली।
ताजा आंकड़ों के मुताबिक, विदेशी निवेशक अभी भी इंडेक्स फ्यूचर्स में अच्छी पोजिशन बनाए हुए हैं। दिसंबर सीरीज में वे अपनी शॉर्ट पोजिशन (यानी गिरावट की उम्मीद वाली ट्रेड) बंद कर सकते हैं। अगर ऐसा हुआ, तो बाजार में और तेजी आने की संभावना है।
विशेषज्ञों का कहना है कि अभी बाजार बहुत महंगा नहीं है। भारत की अर्थव्यवस्था तेज़ी से बढ़ रही है, इसलिए मौजूदा स्तर ठीक माना जा रहा है। Nifty का P/E लगभग 20.5 है, जो आने वाले समय की अच्छी संभावनाओं को देखते हुए संतुलित माना जाता है। Anand Rathi Global Finance के सीनियर वाइस प्रेसिडेंट नवीन व्यास के मुताबिक, भारत की अर्थव्यवस्था लगातार सुधार कर रही है। दूसरी तिमाही के नतीजे भी उम्मीद से बेहतर रहे हैं। इसलिए अगले एक साल में बाजार से अच्छी बढ़त मिलने की उम्मीद है। इसके अलावा, अमेरिका-भारत व्यापार समझौते की बातचीत, कंपनियों की अच्छी कमाई, दिसंबर में अमेरिका में ब्याज दरों में कटौती की उम्मीद और विदेशी निवेशकों की बिकवाली में कमी मिलकर बाजार को और मजबूत बना सकती हैं।
निवेश के नजरिए से अब कई सेक्टरों में सुधार की उम्मीद की जा रही है। ऑटो, ऑटो एंसिलरीज और कंजम्प्शन से जुड़े सेक्टर हाल की गिरावट के बाद फिर से अच्छे स्तर पर दिखाई दे रहे हैं। Samvitti Capital के प्रभाकर कुदवा का कहना है कि इन क्षेत्रों की कंपनियों का प्रदर्शन मजबूत है, जिससे निवेशकों का भरोसा भी बढ़ा है।
Anand Rathi के नवीन व्यास और Angel One के वकार खान भी मानते हैं कि आने वाले महीनों में बैंकिंग, फाइनेंशियल सर्विसेज, ऑटोमोबाइल, हेल्थकेयर, IT सर्विसेज, इंडस्ट्रियल और कैपिटल गुड्स जैसे सेक्टर अच्छे रिटर्न दे सकते हैं। खासकर निजी कंपनियों द्वारा नए निवेश (कैपेक्स) बढ़ाने की संभावना से इंडस्ट्रियल और कैपिटल गुड्स कंपनियों को बड़ा फायदा हो सकता है।
कुल मिलाकर, भारतीय शेयर बाजार अब नई रफ्तार पकड़ चुका है। घरेलू आर्थिक स्थिति मजबूत है, कंपनियों के नतीजे भी बेहतर आ रहे हैं और विदेशी निवेशकों का रुझान फिर सकारात्मक हो गया है। इसी वजह से बाजार में आगे भी बढ़त की उम्मीद की जा रही है। निवेशकों के लिए यह समय धीरे-धीरे और समझदारी से निवेश बढ़ाने का माना जा रहा है।