भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड (सेबी) के सदस्य कमलेश चंद्र वर्श्नेय ने शुक्रवार को बताया कि सेबी ने पिछले तीन महीनों में करीब 15,000 ऐसी वेबसाइटों को हटा दिया है जो बिना पंजीकरण के अवैध निवेश सलाह या फिनफ्लुएंसर्स के रूप में काम कर रही थीं।
ग्लोबल फिनटेक फेस्ट में वर्श्नेय ने बताया कि सेबी ने टेक कंपनियों के साथ मिलकर काम किया है, और ये कंपनियां सेबी की मांगों का पालन कर रही हैं। उन्होंने यह भी बताया कि पंजीकृत निवेश सलाहकारों (RIAs) और शोध विश्लेषकों (RAs) के नियमों में बदलाव के लिए सेबी को 1,000 से ज्यादा सुझाव मिले हैं।
यह प्रस्ताव सेबी की अगली बोर्ड मीटिंग, जो सितंबर के अंत में होने वाली है, के एजेंडा में शामिल हो सकता है।
गुरुवार को सेबी ने एक नोटिस जारी किया जिसमें ब्रोकर्स और म्यूचुअल फंड्स जैसी विनियमित संस्थाओं को बिना पंजीकृत कंपनियों या फिनफ्लुएंसर्स के साथ जुड़ने से मना किया गया है। सेबी ने पिछली बोर्ड मीटिंग में इन नियमों को मंजूरी दी थी।