भारतीय रुपया शुक्रवार को गिरकर नए निचले स्तर 83.73 पर आ गया। डीलरों के मुताबिक तेल आयातकों की डॉलर की निरंतर मांग और जोखिम उठाने की कम होती क्षमता से अमेरिकी डॉलर के मुकाबले रुपये पर असर पड़ा। इसे पहले निचला स्तर बुधवार को 83.72 रुपये था।
भारतीय रुपये ने पूरे दिन सीमित दायरे में कारोबार किया। अमेरिकी डॉलर के मुकाबले रुपया गुरुवार को 83.70 पर बंद हुआ था। बाजार के जानकारों के अनुसार भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने डॉलर की बिक्री कर विदेशी विनियम मार्केट में हस्तक्षेप किया था। इससे रुपया और गिरने से रुका।
फिनरेक्स ट्रेजरी एडवाइजर्स एलएलपी के ट्रेजरी प्रमुख व कार्यकारी निदेशक अनिल कुमार भंसाली ने कहा, ‘आरबीआई के रुपये को थामने के कारण यह सीमित दायरे में कारोबार करता नजर आता है। आरबीआई ने 83.73 पर रुपये को थामा। रुपया दैनिक और साप्ताहिक आधार पर निचले स्तर पर बंद हुआ और रुपया अपने निचले स्तर 83.73 पर बंद हुआ। आज के महत्त्वपूर्ण आंकड़े से सोमवार को रुपये प्रभावित हो सकता है।’
इस सप्ताह डॉलर सूचकांक ने 104 से 104.35 के दायरे में सीमित कारोबार किया जबकि आश्चर्यजनक रूप से अमेरिका के जीडीपी की वृद्धि 2.8 प्रतिशत थी। इसके अलावा अमेरिका में बिना नौकरी से संबंधित दायरे अनुमान से बेहतर आए थे।