पेंशन फंड नियामक एवं विकास प्राधिकरण (पीएफआरडीए) चुनिंदा जिंस डेरिवेटिव्स में पेंशन फंडों की भागीदारी की अनुमति के लिए बाजार नियामक सेबी के साथ बातचीत कर रहा है। पीएफआरडीए के चेयरमैन एस रमन ने शुक्रवार को यह जानकारी दी।
एसोचैम के कॉरपोरेट बॉन्ड मार्केट पर आठवें वार्षिक सम्मेलन के मौके पर बोलते हुए रमन ने कहा कि पेंशन फंड सोने और चांदी के डेरिवेटिव में ट्रेडिंग की अनुमति मांग रहे हैं और अन्य धातुओं पर भी विचार किया जा रहा है। हालांकि, कृषि उत्पादों को उनकी अधिक जोखिम स्थिति के कारण इसमें शामिल नहीं किया जा सकता है।
रमन ने कहा, ‘सेबी हमारे संपर्क में है। हम जिन जिंसों से शुरुआत कर सकते हैं, वे धातुएं हो सकती हैं क्योंकि उनमें कम जोखिम होता है और उन्हें संभालना अपेक्षाकृत आसान होता है। पेंशन फंडों को लंबे समय में स्थिर रिटर्न चाहिए। हमें जिंस बाजार में सावधानी बरतनी होगी।’
इस तरह के किसी कदम के लिए पीएफआरडीए को नए निवेश संबंधित दिशा-निर्देश जारी करने की जरूरत होगी। सेबी से इसी तरह के संकेत मिलने के बाद ये चर्चाएं हुई हैं। इस सप्ताह की शुरुआत में, चेयरमैन तुहित कांत पांडेय ने कहा था कि नियामक सरकार के साथ बातचीत कर रहा है जिससे बैंकों, बीमा कंपनियों और पेंशन फंडों को जिंस बाजार में प्रवेश की अनुमति दी जा सके।
एक बीमा कंपनी के अधिकारी ने कहा कि बीमा नियामक इस क्षेत्र में बीमा कंपनियों को शामिल करने से पहले अधिक सतर्कता बरत सकता है।