PFC Q4 Results: सरकारी कंपनी पावर फाइनेंस कॉरपोरेशन (PFC) ने वित्त वर्ष 2024-25 की चौथी तिमाही (जनवरी से मार्च) के नतीजे जारी किए हैं, जिसमें कंपनी का मुनाफ़ा 11% बढ़कर ₹8,358 करोड़ पहुंच गया है। पिछले साल इसी तिमाही में यह मुनाफ़ा ₹7,556 करोड़ था। कंपनी की नेट इंटरेस्ट इनकम (NII) यानी ब्याज से हुई शुद्ध कमाई ₹12,681 करोड़ रही, जो पिछले साल की तुलना में 41% ज़्यादा है। पिछली साल की समान तिमाही में यह ₹8,987.7 करोड़ थी।
PFC के पास कुल मैनेज हो रही संपत्ति (Assets Under Management – AUM) ₹5.43 लाख करोड़ हो गई है। यह सालाना आधार पर 12.8% और तिमाही आधार पर 7.8% की बढ़त दर्शाता है। कंपनी की ग्रोस NPA (फंसे हुए कर्ज) रेशियो घटकर 1.94% पर आ गई है, जो पिछली तिमाही में 2.68% थी। वहीं, नेट NPA (जिनमें बुरे कर्ज के लिए रखे गए पैसे की कटौती हो चुकी है) भी 0.71% से घटकर 0.39% रह गया है।
कंपनी की अन्य आय ₹1,222.2 करोड़ रही, जो सालाना आधार पर 61.8% और तिमाही आधार पर 92.4% की बढ़त है। वहीं, ऑपरेटिंग प्रॉफिट ₹6,546 करोड़ रहा, जो साल भर पहले से 39.8% और पिछली तिमाही से 27% ज़्यादा है।
इस तिमाही में PFC ने ₹444.7 करोड़ का प्रावधान किया है, जबकि पिछली तिमाही में यह केवल ₹74.5 करोड़ था। पिछले साल की समान तिमाही में कंपनी ने ₹337 करोड़ का प्रावधान वापस लिया था।
PFC ने वित्त वर्ष 2024-25 के लिए ₹2.05 प्रति शेयर का फाइनल डिविडेंड घोषित किया है। इसका रिकॉर्ड डेट 13 जून 2025 तय किया गया है। यह डिविडेंड कंपनी की सालाना आम बैठक में मंजूरी के बाद 30 दिनों के भीतर भुगतान कर दिया जाएगा। इससे पहले कंपनी ने ₹13.75 प्रति शेयर का इंटरिम डिविडेंड पहले ही चार हिस्सों में चुका दिया है।
नतीजों के ऐलान के बाद बुधवार को कंपनी के शेयर 3.31% चढ़कर ₹419.70 पर पहुंच गए। हालांकि, साल 2025 की शुरुआत से अब तक इसमें करीब 7% की गिरावट देखी जा चुकी है।