क्लियरिंग चार्ज पर नैशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) और बंबई स्टॉक एक्सचेंज (बीएसई) की इकाई इंडियन क्लियरिंग कॉरपोरेशन लिमिटेड (आईसीसीएल) के बीच विवाद गहराता जा रहा है। एनएसई ने आईसीसीएल पर ओवरचार्जिंग का आरोप लगाया है, जबकि आईसीसीएल ने एक्सचेंज पर करीब 100 करोड़ रुपये का दावा किया है।
मामले की जानकारी रखने वाले सूत्रों के मुताबिक, आईसीसीएल ने एनएसई को 7 फरवरी को करीब 100 करोड़ रुपये की बकाया राशि के लिए डिमांड नोटिस भेजा था और फिर 14 फरवरी को इसके लिए रिमाइंडर दिया था।
आईसीसीएल की मांग से जुड़े सवालों पर एनएसई के एक प्रवक्ता ने कहा कि आईसीसीएल विस्तारित अवधि के लिए एक्सचेंज पर मानक दरों से दोगुना शुल्क ले रहा था। प्रवक्ता का दावा है कि एनएसई को इन शुल्कों के कारण आईसीसीएल से 51 करोड़ रुपये से अधिक वसूलना है।