भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) द्वारा पेटीएम पेमेंट्स बैंक के खिलाफ कार्रवाई किए जाने के बाद से म्युचुअल फंडों (एमएफ) ने वन97 कम्युनिकेशंस (पेटीएम) में अपनी एक-चौथाई हिस्सेदारी घटाई है। नुवामा अल्टरनेटिव ऐंड क्वांटीटेटिव रिसर्च की एक रिपोर्ट से पता चला है कि फरवरी के अंत में म्युचुअल फंडों के पास पेटीएम के 3.28 करोड़ शेयर थे, जो जनवरी के अंत (4.45 करोड़) की तुलना में 26 प्रतिशत कम हैं।
कुल हिस्सेदारी (जिसमें पैसिव फडों का निवेश भी शामिल है) का मूल्य मौजूदा भाव पर 1,212 करोड़ रुपये है। पेटीएम का शेयर भाव आरबीआई की सख्ती की वजह से फरवरी में गिरकर लगभग आधा रह गया। 31 जनवरी को बैंकिंग नियामक ने पेटीएम पेमेंट्स बैंक पर गैर-अनुपालन और निगरानी चिंताओं का हवाला देते हुए प्रतिबंध लगा दिए थे।
म्युचुअल फंडों ने ज़ी एंटरटेनमेंट में भी अपना निवेश घटाया है। इस शेयर को भी नियामकीय समस्याओं का सामना करना पड़ा है। इस शेयर में म्युचुअल फंडों का निवेश 71 लाख शेयर तक घट गया। सुंदरम एमएफ और फ्रैंकलिन टेम्पलटन एमएफ पूरी तरह इस शेयर से बाहर हो गए।
खरीदारी की बात की जाए तो पता चलता है कि एचडीएफसी और रिलायंस इंडस्ट्रीज ने लगातार दूसरे महीने सबसे ज्यादा एमएफ निवेश आकर्षित किया।
फंडों ने जनवरी-फरवरी की अवधि के दौरान एचडीएफसी बैंक में 21,000 करोड़ रुपये से ज्यादा का निवेश किया। वहीं इससे पहले के दो महीनों में म्युचुअल फंड इस बैंकिंग दिग्गज में शुद्ध बिकवाल रहे थे। रिपोर्ट के अनुसार, रिलायंस के शेयर में निवेश पिछले महीने बढकर 3,760 करोड़ रुपये पर पहुंच गया।
सर्वाधिक खरीदे और बेचे गए शेयरों की सूची समग्र आधार पर बैंकिंग क्षेत्र के शेयरों में उतार-चढ़ाव को दर्शाती है। जहां एचडीएफसी बैंक, कोटक महिंद्रा बैंक, इंडसइंड बैंक, ऐक्सिस बैंक शीर्ष-20 खरीदारी वाले शेयरों की सूची में रहे, वहीं पंजाब नैशनल बैंक, आईसीआईसीआई बैंक, एसबीआई, बंधन बैंक और केनरा बैंक सर्वाधिक बेचे गए 20-शीर्ष शेयरों में शामिल रहे।