Top 5 Small Cap Funds: शेयर बाजार में उतार-चढ़ाव के बावजूद म्युचुअल फंड में लगातार निवेश जारी है। निवेशक जमकर पैसा लगा हैं। खासकर इक्विटी फंड्स पर रिटेल निवेशक बुलिश हैं। इस साल नवंबर में इक्विटी फंड्स में कुल 35,943 करोड़ रुपये का निवेश आया। इक्विटी कैटेगरी में जिन फंड्स में निवेशक लगातार पैसा लगा रहे हैं, उनमें एक कैटेगरी स्माल कैप फंड्स (Small Cap Funds) भी है। अक्टूबर महीने में इस कैटेगरी में 4,111 करोड़ रुपये का इनफ्लो देखने को मिला।
इक्विटी म्युचुअल फंड की कैटेगरी में स्माल कैप स्मॉल कैप फंड्स में लंबी अवधि में निवेशकों को अच्छा खासा रिटर्न मिला है. स्माल कैप फंड्स में टॉप 5 स्कीम्स को देखा जाए, तो इनमें लंबी अवधि में अच्छा वेल्थ क्रिएशन हुआ है. इनमें SIP निवेशकों ने 1000 रुपये के मंथली निवेश से 5 साल में करीब 2.25 लाख रुपये तक का कॉर्पस बनाया। निवेशकों का SIP रिटर्न बीते 5 साल में 38-45% सीएजीआर रहा. एक्सपर्ट भी मानते हैं कि लंबे समय का नजरिया रखने वाले एग्रेसिव निवेशकों के लिए स्माल कैप फंड्स एक अच्छा ऑप्शन हो सकता है।
एसोसिएशन ऑफ म्युचुअल फंड्स इन इंडिया (AMFI) के डेटा के मुताबिक, अक्टूबर के मुकाबले नवंबर में इक्विटी म्युचुअल फंड्स में निवेश 14 फीसदी घटा है। लार्ज कैप फंड्स में 26 फीसदी की गिरावट आई है। जबकि, स्माल कैप फंड्स में निवेश अक्टूबर के 3772 करोड़ से बढ़कर नवंबर में 4,112 करोड़ रुपये हो गया है। अक्टूबर में इक्विटी म्युचुअल फंड्स में 41887 करोड़ रुपये का इनफ्लो आया था। जबकि लार्ज कैप इनफ्लो 3452 करोड़ रुपये था।
Quant Small Cap Fund
क्वांट स्माल कैप फंड का बीते 5 साल में SIP रिटर्न 45 फीसदी सालाना रहा है. इस स्कीम में पांच साल पहले शुरू की गई 1,000 रुपये मंथली एसआईपी की वैल्यू आज 2.25 लाख रुपये है. इस स्कीम में मिनिमम SIP निवेश 1,000 रुपये है. इस फंड का बेंचमार्क NIFTY Smallcap 250 TRI है। यह स्कीम 1 जनवरी 2013 को लॉन्च हुई थी।
Nippon India Small Cap Fund
निप्पॉन इंडिया स्माल कैप फंड का बीते 5 साल में SIP रिटर्न 40.15 फीसदी सालाना रहा है. इस स्कीम में पांच साल पहले शुरू की गई 1,000 रुपये मंथली एसआईपी की वैल्यू आज 1.91 लाख रुपये है. इस स्कीम में मिनिमम SIP निवेश 100 रुपये है. इस फंड का बेंचमार्क NIFTY Smallcap 250 TRI है। यह स्कीम 1 जनवरी 2013 को लॉन्च हुई थी।
HSBC Small Cap Fund
HSBC स्मॉल कैप फंड का बीते 5 साल में SIP रिटर्न 38.53 फीसदी सालाना रहा है. इस स्कीम में पांच साल पहले शुरू की गई 1,000 रुपये मंथली एसआईपी की वैल्यू आज 1.85 लाख रुपये है. इस स्कीम में मिनिमम SIP निवेश 500 रुपये है. इस फंड का बेंचमार्क NIFTY Smallcap 250 TRI है। यह स्कीम 12 मई 2014 को लॉन्च हुई थी।
Invesco India Small cap Fund
इन्वेस्को इंडिया स्मॉल कैप फंड का बीते 5 साल में SIP रिटर्न 38.21 फीसदी सालाना रहा है. इस स्कीम में पांच साल पहले शुरू की गई 1,000 रुपये मंथली एसआईपी की वैल्यू आज 1.78 लाख रुपये है. इस स्कीम में मिनिमम SIP निवेश 500 रुपये है. इस फंड का बेंचमार्क BSE 250 SmallCap TRI है। यह स्कीम 30 अक्टूबर 2018 को लॉन्च हुई थी।
Bank of India Small Cap Fund
बैंक ऑफ इंडिया स्मॉल कैप फंड का बीते 5 साल में SIP रिटर्न 38.20 फीसदी सालाना रहा है. इस स्कीम में पांच साल पहले शुरू की गई 1,000 रुपये मंथली एसआईपी की वैल्यू आज 1.78 लाख रुपये है. इस स्कीम में मिनिमम SIP निवेश 1,000 रुपये है. इस फंड का बेंचमार्क NIFTY Smallcap 250 TRI है। यह स्कीम 19 दिसंबर 2018 को लॉन्च हुई थी।
(सोर्स: वैल्यू रिसर्च, NAV- 9 दिसंबर 2024)
Personal CFO कंसल्टेंट्स के सीईओ सुशील जैन का कहना है, डेट के मुकाबले इक्विटी मार्केट ज्यादा वॉलेटाइल और रिस्की है। वहीं, इक्विटी सेगमेंट स्माल कैप कैटेगरी को तुलनात्मक रूप से ज्यादा रिस्की माना जाता है। ऐसे में स्माल कैप फंड्स में उन निवेशकों को निवेश करना चाहिए जो बाजार में समय दे सके और बाजार के उतार-चढ़ाव को समझ सके।
उनका कहना है, नए निवेशकों को लार्ज और मिड-कैप फंड में निवेश करना चाहिए। इनमें कुछ मुनाफा कमाना चाहिए और बाजार के बारे में कुछ समझ हासिल कर फिर स्मॉल कैप फंड में निवेश करना चाहिए। केवल लंबी अवधि के नजरिए वाले एग्रेसिव निवेशकों को ही स्मॉल कैप फंड में जाने की सलाह है। जहां तक स्माल कैप फंड्स में एक्सपोजर की बात है कि किसी निवेशक को अपने इक्विटी पोर्टफोलियो का 5% से 10% से ज्यादा स्मॉल कैप फंड में निवेश नहीं करना चाहिए।
सुशील जैन के मुताबिक, लंबी अवधि के लक्ष्यों को हासिल करने के लिए स्मॉल कैप फंड में केवल SIP के जरिए निवेश करना चाहिए। अगर आपका लक्ष्य 13 साल से ज्यादा का है, तो SIP 10 साल के लिए होनी चाहिए ताकि आपको गोल ईयर से पहले बाहर निकलने के लिए पर्याप्त समय मिल सके।
उनका कहना है, निवेशक SIP रकम के आधार पर 2-3 फंड में निवेश कर सकते हैं। इससे जोखिम को कम करने में मदद मिलेगी। आपको समय-समय पर फाइनेंशियल एडवाइजर की मदद से फंड के परफॉर्मेंस की समीक्षा करनी चाहिए।
म्युचुअल फंड हाउस स्मॉल कैप फंड्स का निवेश स्मॉल कैप कंपनियों में करते हैं। स्मॉल कैप कंपनियों का मार्केट कैप कम होता है. अमूमन स्मालकैप फंड्स में मार्केट कैप में 251वी रैंक से शुरू होने वाली कंपनियों में निवेश होता है. इन कंपनियों के कारोबार में तेज वृद्धि की उम्मीद रहती है. लेकिन इनमें रिस्क भी ज्यादा रहता है। एसेट मैनेजमेंट कंपनियां निवेश के लिए कंपनी की पहचान उसके ग्रोथ आकलन के आधार पर करती हैं।
एसोसिएशन ऑफ म्युचुअल फंड्स इन इंडिया (AMFI) की वेबसाइट पर उपलब्ध जानकारी के मुताबिक, नवंबर महीने में इक्विटी फंड्स में 35,943 करोड़ रुपये का निवेश आया। इक्विटी कैटेगरी में सबसे ज्यादा इनफ्लो सेक्टोरल फंड्स में 7,657.75 करोड़ रुपये का देखने को मिला। इसके अलावा फ्लेक्सी कैप फंड्स में 5,084.11 करोड़ रुपये, मिडकैप फंड्स में 4,883.40 करोड़ रुपये, लार्ज एंड मिडकैप फंड्स में 4,679.74 करोड़ रुपये, स्मॉलकैप फंड्स में 4,111.89 करोड़ रुपये, लार्जकैप फंड्स में 2,547.92 करोड़ रुपये, मल्टीकैप फंड्स में 3,626.46 करोड़ रुपये और ELSS कैटेगरी में 618.52 करोड़ रुपये का निवेश दर्ज किया गया।
(डिस्क्लेमर: यहां फंड्स के परफॉर्मेंस की डीटेल दी गई है। म्युचुअल फंड में निवेश बाजार जोखिमों के अधीन है. यहां निवेश की सलाह नहीं है. निवेश से पहले अपने एडवाइजर से परामर्श कर लें.)