NFO Investments: म्युचुअल फंड की नई स्कीम में निवेशकों की दिलचस्पी काफी बढ़ गई है। सोमवार को जारी AMFI के आंकड़ों के मुताबिक, जुलाई में कुल 30 न्यू फंड ऑफर (NFOs) लॉन्च हुए। फंड हाउसों ने इन NFOs के माध्यम से रिकॉर्ड ₹30,416 करोड़ जुटाए। जून में न्यू फंड ऑफर के जरिए ₹1,986 करोड़ जुटाए गए थे। मासिक आधार पर देखें तो, NFO के माध्यम से फंड जुटाने में 1,432% की चौंकाने वाली वृद्धि हुई है। भारत की म्युचुअल फंड इंडस्ट्री के लिए यह अब तक की सबसे बड़ी मासिक फंड जुटाने की उपलब्धि है। यह जुलाई में इक्विटी म्युचुअल फंड्स के ₹42,672 करोड़ के रिकॉर्ड इनफ्लो का एक अहम कारण भी रही।
सेक्टोरल और थीमैटिक फंड्स खास तौर पर लोकप्रिय रहे। इस कैटेगरी में ही सात नए स्कीम लॉन्च हुईं, जिन्होंने ₹7,404 करोड़ जुटाए। जुलाई में इन फंड्स में ₹9,426 करोड़ का नेट इनफ्लो आया, जबकि जून में यह मात्र ₹476 करोड़ था।
Also Read: SIP इनफ्लो पहली बार ₹28,000 करोड़ के पार, सेक्टोरल और फ्लेक्सी कैप स्कीम्स में जमकर लगाया पैसा
मिरे असेट की हेड ऑफ डिस्ट्रीब्यूशन एंड स्ट्रैटेजिक अलायंसेज़ सुरंजना बोरठाकुर ने कहा, “इस महीने इनफ्लो के आंकड़े बेहद उत्साहजनक रहे हैं। मासिक आधार पर म्युचुअल फंड की इक्विटी स्कीम में इनफ्लो 81% बढ़ा हैं, जिसमें सबसे बड़ा योगदान सेक्टोरल फंड्स का रहा है। खास तौर पर, न्यू फंड ऑफरिंग्स ने इस कैटेगरी के ₹9,426 करोड़ में से ₹7,404 करोड़ जुटाए। हालांकि, निवेशकों को सेक्टोरल अवसरों का पीछा करते समय सतर्क रहना चाहिए। ये प्रोडक्ट फायदेमंद हो सकते हैं, बशर्ते जोखिमों को अच्छी तरह समझा जाए और निवेश सही कारणों से किया जाए।”
भारत की म्युचुअल फंड इंडस्ट्री के लिए NFO के जरिए यह अब तक की सबसे बड़ी मासिक फंड जुटाने की उपलब्धि है। इसमें अहम योगदान देने वाले बड़े फंड लॉन्च में — एचडीएफसी इनोवेशन फंड, आईसीआईसीआई प्रूडेंशियल एक्टिव मोमेंटम फंड, एक्सिस सर्विसेज अपॉर्च्युनिटीज फंड, सुंदरम मल्टी-फैक्टर फंड, निप्पॉन इंडिया एमएनसी फंड, ट्रस्टएमएफ मल्टी कैप फंड, बजाज फिनसर्व स्मॉल कैप फंड और जियो ब्लैकरॉक एएमसी की कई पेशकशें शामिल हैं।
मोतीलाल ओसवाल एएमसी के एग्जीक्यूटिव डायरेक्टर और चीफ बिजनेस ऑफिसर अखिल चतुर्वेदी कहते हैं, “इक्विटी-ओरिएंटेड स्कीम्स की नेट सेल्स में करीब 42 हजार करोड़ रुपये का उल्लेखनीय उछाल आया है। लार्ज कैप से लेकर फ्लेक्सी कैप और स्मॉल कैप तक, सभी कैटेगरी में 25% से ज्यादा की वृद्धि देखी गई है। थीमैटिक और लार्ज एवं मिड कैप जैसे अन्य सेगमेंट्स में भी बेहद मजबूत वृद्धि दर्ज हुई है।”
उन्होंने आगे कहा, “मेरा मानना है कि भारतीय रिटेल निवेशक अब परिपक्व हो गए हैं और अपनी पोर्टफोलियो में इक्विटी को गंभीरता से एक अहम हिस्सेदारी के रूप में देख रहे हैं। इंडस्ट्री, सभी स्टेकहोल्डर्स की ओर से लगातार सकारात्मक संदेश और भारतीय पूंजी बाजार पर लंबी अवधि में मजबूत भरोसा, इस जबरदस्त वृद्धि के प्रमुख कारण हैं।”