भले ही म्युचुअल फंड (एमएफ) नॉमिनेशन के लिए समय-सीमा नजदीक आती जा रही है, लेकिन बड़ी तादाद में निवेशकों ने अभी तक इसका पालन नहीं किया है।
रजिस्ट्रार ऐंड ट्रांसफर एजेंट्स (आरटीए) का अनुमान है कि ऐसे एमएफ खातों (जिन्हें एमएफ में फोलियो के नाम से जाना जाता है) की संख्या कुल फोलियो की करीब 10 प्रतिशत होगी।
फरवरी के अंत में कुल एमएफ खातों की कुल संख्या 14.4 करोड़ थी। भारतीय प्रतिभूति एवं विनिमय बोर्ड (सेबी) ने एमएफ निवेशकों को अपने निवेश के लिए नोमिनी का पंजीकरण कराने या फिर इसके बारे में अपनी अनिच्छा की घोषणा करना अनिवार्य बनाया है। 31 मार्च तक यह कार्य करने में विफल रहने वाले निवेशक अपने फंडों के एनएवी भुनाने में सक्षम नहीं हो पाएंगे। एमएफ उद्योग (फंड हाउस, आरटीए और वितरक शामिल) ने शेष निवेशकों को इस अनिवार्यता पर अमल कराने के प्रयास तेज कर दिए हैं।
आरटीए – कम्प्यूटर एज मैनेजमेंट सर्विसेज (कैम्स) और केफिन टेक्नोलॉजीज (40 लाख करोड़ रुपये के एमएफ उद्योग में दो सबसे बड़े आरटीए) ने इस दिशा में अपने प्रयास तेज किए हैं। उनका कहना है कि पिछले कुछ दिनों से बड़ी संख्या में निवेशक नॉमिनेशन भर रहे हैं या इसे नहीं भरने के बारे में अपनी इच्छा प्रकट कर रहे हैं।
कैम्स ने कहा है, ‘निवेशकों और मध्यस्थों को इस संबंध में सूचनाएं भेजी जा रही हैं। हमने वितरक रिपोर्ट मुहैया कराई हैं जिनमें उन्हें अपने उन ग्राहकों की पहचान करने की अनुमति दी गई है जिन्होंने अभी तक नॉमिनेशन के बारे में जानकारी अभी तक नहीं भरी है।’ पिछले सप्ताह हर दिन 60,000-70,000 फोलियो में नॉमिनी अपडेट किए गए, जबकि पूर्व में यह आंकड़ा 30,000 था।
फंड के वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि परिसंपत्ति प्रबंधन कंपनियां अपनी तरफ से निवेशकों को उनके ईमेल एड्रेस और मोबाइल फोन नंबरों पर लगातार रिमाइंडर भेज रही हैं। उन्होंने कहा, ‘हम निवेशकों को यह प्रक्रिया आसानी से पूरी करने के लिए लिंक भेज रहे हैं।’