Groww Mutual Fund NFO: ग्रो म्युचुअल फंड की नई इक्विटी सेंगमेंट में नया फ्लेक्सी कैप फंड Groww Nifty 500 Momentum 50 ETF लॉन्च किया है। इस फंड का सब्सक्रिप्शन 3 मार्च से खुल गया है। निवेशक 17 अप्रैल 2025 तक इसमें बिड लगा सकते हैं। यह एक ओपन एंडेड स्कीम है। जिसका बेंचमार्क इंडेक्स Nifty 500 Momentum 50 TRI है। फंड हाउस का कहना है कि लंबी अवधि में वेल्थ बनाने में यह स्कीम मददगार हो सकती है।
म्युचुअल फंड हास ने बताया कि Groww Nifty 500 Momentum 50 ETF में मिनिमम 500 रुपये और उसके बाद 1 रुपये के मल्टीपल में निवेश किया जा सकता है। निखिल सतम स्कीम के फंड मैनेजर हैं। इसमें एग्जिट लोड निल है।
इस योजना का निवेश मकसद निफ्टी 500 मोमेंटम 50 इंडेक्स की सिक्युरिटीज में समान अनुपात/वेटेज में निवेश करके लॉन्ग टर्म में कैपिटल जेनरेट करना है। जिसका लक्ष्य ट्रैकिंग एरर के अधीन निफ्टी 500 मोमेंटम 50 इंडेक्स के कुल रिटर्न को ट्रैक करने वाले खर्च से पहले रिटर्न जेनरेट करना है। हालांकि, इस बात का कोई आश्वासन या गारंटी नहीं है कि योजना का निवेश मकसद हासिल हो जाएगा।
फंड हाउस के मुताबिक, लंबी अवधि में कैपिटल एप्रिसिएशन का ऑप्शन तलाश रहे निवेशकों के लिए यह एक अच्छा ऑप्शन हो सकता है। इसमें निवेशकों को Nifty 500 Momentum 50 के इक्विटी और इक्विटी से जुड़े इंस्ट्रूमेंट्स में निवेश का मौका मिलेगा।
फंड हाउस के मुताबिक, Groww Nifty 500 Momentum 50 ETF को पैसिव रूप से मैनेज किया जाएगा, जिसमें निवेश उन्हीं शेयरों में उसी अनुपात में किया जाएगा, जैसे वे Nifty 500 Momentum 50 Index में शामिल हैं। इस स्कीम की निवेश रणनीति का मकसद इंडेक्स में शामिल शेयरों की एक बॉस्केट में निवेश करना होगा, और उसका वेटेज भी इंडेक्स के समान ही रहेगा।
इस रणनीति का केंद्र बिंदु ट्रैकिंग एरर को न्यूनतम रखना होगा। इसके लिए पोर्टफोलियो को रेगुलर रीबैलेंस किया जाएगा ताकि इंडेक्स में शेयरों के वेटेज में हुए बदलाव और स्कीम में नए निवेश या निकासी को ध्यान में रखा जा सके।
लिक्विडिटी की जरूरतों को पूरा करने के लिए स्कीम का एक हिस्सा डेट और मनी मार्केट इंस्ट्रूमेंट्स में भी निवेश किया जा सकता है। नियमों और दिशानिर्देशों के अधीन रहते हुए स्कीम, म्यूचुअल फंड की अन्य योजनाओं में भी निवेश कर सकती है। निवेश रणनीति एसेट एलोकेशन के अनुरूप ही रखी जाएगी।
हालांकि स्कीम को मकसद को हासिल करने के लिए हर संभव प्रयास किया जाएगा, लेकिन एएमसी/प्रायोजक/ट्रस्टी यह गारंटी नहीं देते कि योजना का निवेश उद्देश्य पूरी तरह हासिल हो जाएगा। इस स्कीम के अंतर्गत कोई गारंटीड रिटर्न नहीं है। डेरिवेटिव प्रोडक्ट्स लीवरेज्ड इंस्ट्रूमेंट्स होते हैं, जो निवेशकों को असमान रूप से मुनाफा या नुकसान दे सकते हैं। इस तरह की स्ट्रैटजी को सफलतापूर्वक लागू करना फंड मैनेजर की क्षमता और निर्णय पर निर्भर करेगा।
मोमेंटम इंडेक्स फंड एक ऐसा इंडेक्स फंड होता है जो उन शेयरों में निवेश करता है जिनमें हाल ही में तेज प्राइस हाइक यानी मजबूत स्टॉक प्राइस मोमेंटम देखा गया हो। यह स्ट्रैटजी इस विचार पर आधारित होती है कि जिन शेयरों में तेजी देखी गई है, वे निकट भविष्य में भी अच्छा प्रदर्शन जारी रख सकते हैं।
कुल मिलाकर, मोमेंटम निवेश (Momentum Investing) उस सरल सिद्धांत पर आधारित होता है कि जो शेयर ऊपर जा रहे हैं, वे आगे भी ऊपर जाएंगे और जो नीचे जा रहे हैं, वे कुछ समय तक नीचे ही रहेंगे।
मोमेंटम फंड उन कंपनियों पर फोकस करता है जिनके शेयर की कीमतों या कमाई (earnings) में लगातार तेजी का रुझान होता है। इस तरह के फंड का मुख्य मकसद तेजी वाले बाजारों में उस रुझान के साथ चलना होता है। ये फंड अधिकतम रिटर्न हासिल करने के लिए समय-समय पर अपना पोर्टफोलियो बदलते हैं और उन एसेट्स में निवेश करते हैं जो सबसे अच्छा प्रदर्शन कर रहे हों।
(डिस्क्लेमर: यहां NFO की डीटेल दी गई है। ये निवेश की सलाह नहीं है। म्युचुअल फंड में निवेश जोखिमों के अधीन है। निवेश संबंधी फैसला करने से पहले अपने एडवाइजर से परामर्श कर लें।)