कैलेंडर वर्ष 2024 में चौथी तिमाही की सुस्ती के बावजूद म्युचुअल फंडों (एमएफ) ने अपनी प्रबंधन अधीन परिसंपत्तियों (एयूएम) में करीब 40 फीसदी का इजाफा दर्ज किया। 39.4 फीसदी की यह एयूएम वृद्धि दर पिछले दशक में सर्वाधिक है।
म्युचुअल फंडों के संगठन (एम्फी) के अनुसार दिसंबर तिमाही के ताजा आंकड़ों से पता चलता है कि म्युचुअल फंडों ने संयुक्त रूप से 68.6 लाख करोड़ रुपये जुटाए, जबकि पूर्ववर्ती वर्ष की समान तिमाही में यह आंकड़ा 49.2 लाख करोड़ रुपये था। एयूएम वृद्धि दो कारकों से प्रभावित होती है: बाजार प्रदर्शन और शुद्ध प्रवाह।
एयूएम पर मार्क-टू-मार्केट प्रभाव समय के साथ बढ़ा है, क्योंकि इक्विटी और हाइब्रिड एमएफ योजनाओं की हिस्सेदारी में इजाफा हुआ है। अकेले ऐक्टिव इक्विटी फंड नवंबर 2024 तक 30 लाख करोड़ रुपये की एयूएम तक पहुंच गए। इक्विटी बाजार के प्रदर्शन का असर हाल के वर्षों में तिमाही एयूएम वृद्धि के आंकड़ों में स्पष्ट दखा है। 2024 की पहली तीन तिमाहियों में एयूएम ने तीन महीने की सभी अवधियों में दमदार वृद्धि दर्ज की।
पहली तीन तिमाहियों में उद्योग ने तिमाही आधार पर एयूएम में क्रमशः 10 प्रतिशत, 9 प्रतिशत और 12 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की। हालांकि, अंतिम तिमाही में बाजार में गिरावट के बाद, औसत एयूएम वृद्धि धीमी होकर केवल 3.6 प्रतिशत रह गई।