एसोसिएशन ऑफ म्युचुअल फंड्स इन इंडिया (एम्फी) अनुचित आचरण मसलन फ्रंट रनिंग और इनसाइडर ट्रेडिंग पर लगाम कसने के लिए परिसंपत्ति प्रबंधन कंपनियों (एएमसी) के लिए मानक परिचालन प्रक्रिया (एसओपी) बनाएगी। यह प्रक्रिया एक महीने में तैयार हो जाएगी।
उल्लेखनीय है कि बाजार नियामक ने अपनी पिछली बोर्ड बैठक में बाजार का गलत फायदा उठाने से रोकने के लिए सुधरी हुई संस्थागत व्यवस्था बनाने को मंजूरी दी थी।
एम्फी के मुख्य कार्याधिकारी वेंकट चलसानी ने कहा कि हम एक समिति के साथ इन उपायों पर चर्चा कर रहे हैं। हम इसे एक महीने के भीतर प्रकाशित कर देंगे और एएमसी को सूचना भेजेंगे। समिति के साथ चर्चा के बाद मानक परिचालन प्रक्रिया (एसओपी) बनाई जाएगी और सेबी की जांच के बाद इसे एएमसी को भेजा जाएगा। 30 अप्रैल की बोर्ड बैठक में सेबी ने ऐसी व्यवस्था बनाने के फैसले को मंजूरी दी थी।
भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड (सेबी) ने 30 अप्रैल की बोर्ड बैठक में इस तरह की व्यवस्था शुरू करने के फैसले को मंजूरी दे दी। नियामक व्यापक फ्रेमवर्क का निर्दश देगा जबकि एम्फी (Amfi) मानक तैयार करेगा।
सेबी ने AMC को अनुचित आचरण और संवेदनशील जानकारी के दुरुपयोग के मामलों की पहचान करने के लिए अधिक निगरानी और आंतरिक नियंत्रण प्रक्रियाएं स्थापित करने का निर्देश दिया है। फ्रेमवर्क के तहत, नियामक ऐसे मामलों में एएमसी के प्रबंधन पर अधिक जिम्मेदारी और जवाबदेही भी सुनिश्चित करेगा।
पारदर्शिता लाने के लिए AMC को एक व्हिसिल-ब्लोअर मैकेनिज्म की भी आवश्यकता होगी।
ऐसे कई मामलों के बाद, जहां म्यूचुअल फंड के कर्मचारियों पर व्यक्तिगत लाभ के लिए खुलेआम व्यापार करने का आरोप लगाया गया था, बाजार नियामक ने म्यूचुअल फँड कर्मचारियों और फंड प्रबंधकों के लिए सख्त नियम लागू किए।