कोरोना संक्रमण के मामलों में रिकॉर्ड तेजी और नए सिरे से लॉकडाउन लगने की आशंका से बाजार में आज जबरदस्त घबराहट देखी गई। निवेशकों को डर है कि संक्रमण बढऩे से आर्थिक सुधार का परिदृश्य भी कमजोर पड़ सकता है। बेंचमार्क सेसेक्स 1,708 अंक (3.4 फीसदी) की गिरावट के साथ 47,883 पर बंद हुआ, जो 29 जनवरी के बाद इसका निचला स्तर है। निफ्टी 524 अंक (3.5 फीसदी) लुढ़क कर 14,311 पर बंद हुआ। बाजार में 26 फरवरी के बाद यह एक दिन की सबसे बड़ी और पिछले एक साल में एक दिन की दूसरी सबसे बड़ी गिरावट है। चौतरफा बिकवाली से भारतीय बाजार का पूंजीकरण 8.8 लाख करोड़ रुपये घट गया।
विदेशी निवेशकों की बिकवाली से गिरावट और बढ़ गई। विदेशी निवेशकों ने 1,746 करोड़ रुपये की बिकवाली की। घरेलू संस्थागत निवेशकों ने केवल 233 करोड़ रुपये की लिवाली की।
पिछले 24 घंटे में देश में संक्रमण के 1,68,913 नए मामले आए, जो महामारी शुरू होने के बाद से एक दिन का सर्वाधिक आंकड़ा है। देश में कुल संक्रमितों के मामले में ब्राजील को पीछे छोड़ते हुए भारत दूसरे नंबर पर पहुंच गया। अब तक संक्रमण के सबसे ज्यादा मामले अमेरिका में दर्ज किए गए हैं। देश में कुल संक्रमितों की संख्या 1.35 करोड़ पहुंच गई। विश्लेषकों ने कहा कि महाराष्ट्र में संपूर्ण लॉकडाउन लगने की आशंका से निवेशकों में घबराहट देखी जा रही है क्योंकि देश के सकल घरेलू उत्पाद में इस राज्य की अहम हिस्सेदारी है। राज्य में पहले से ही सप्ताहांत लॉकडाउन, रात का कफ्र्यू और अन्य बंदिशों की घोषणा की जा चुकी है। देश के कई अन्य हिस्सों में भी लॉकडाउन का साया मंडरा रहा है। विश्लेषकों ने कहा कि इससे आर्थिक सुधार की रफ्तार प्रभावित हो सकती है।
आज की आई गिरावट के बाद सेंसेक्स ने 2021 में हासिल पूरी बढ़त गंवा दी। इससे पहले तक सूचकांक में इस साल अब तक करीब 9.2 फीसदी की तेजी आई थी लेकिन अब यह घटकर महज 0.3 फीसदी ऊपर रह गया है।
मोतीलाल ओसवाल फाइनैंशियल सर्विसेज के सह-संस्थापक रामदेव अग्रवाल ने कहा, ‘कोविड-19 संक्रमण में तेजी बाजार को भयभीत कर रहा है। पिछले साल के लॉकडाउन का मिनी संस्करण भी कारोबार को प्रभावित करेगा।’ विश्लेषकों ने कहा कि निवेशक चालू वित्त वर्ष में सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) में दो अंक में वृद्घि और रिकॉर्ड मुनाफे की उम्मीद कर रहे थे। ऐसे में आसन्न लॉकडाउन से उनके अनुमानों पर पानी फिरने का अंदेशा है। सेंसेक्स में शामिल एक कंपनी को छोड़कर सभी में गिरावट दर्ज की गई। इंडसइंड बैंक में सबसे ज्यादा 8.6 फीसदी की गिरावट आई। बजाज फाइनैंस 7.4 फीसदी नुकसान पर बंद हुआ। डॉ. रेड्डीज का शेयर 5 फीसदी बढ़त पर बंद हुआ।
रुपया 32 पैसे लुढ़का
बाजार में धराधड़ बिकवाली के बीच सोमवार को अमेरिकी मुद्रा डॉलर के मुकाबले रुपया 32 पैसे गिरकर 75.05 पर बंद हुआ। कच्चे तेल की बढ़ते दाम, विदेशी फंडों से रकम की निकासी और देश में कोविड-19 के बढ़ते मामलों से भी रुपया कमजोर हुआ। डॉलर के मुकाबले रुपया 74.97 पर खुला और कारोबार के दौरान 74.78 से 75.14 के दायरे में रहा। अंत में अमेरिकी डॉलर के मुकाबले रुपया अपने शुक्रवार के 74.73 के मुकाबले 32 पैसे के नुकसान के साथ 75.05 पर बंद हुआ। रुपये में लगातार छठे कारोबारी सत्र में गिरावट आई है। इन छह दिनों में रुपया 193 पैसे कमजोर हुआ है।