इक्विटी बाजार और सरकारी बॉन्ड अमेरिकी ट्रेजरी यील्ड में गिरावट को ट्रैक करते हुए सोमवार को मजबूती के साथ खुल सकते हैं क्योंकि फेडरल रिजर्व के चेयरमैन जीरोम पॉवेल ने कहा है कि ब्याज दरों में कटौती का वक्त आ गया है। डीलरों ने कहा कि सोमवार को डॉलर के मुकाबले रुपया भी मजबूती से खुल सकता है।
10 वर्षीय अमेरिकी ट्रेजरी बॉन्ड का यील्ड पॉवेल की टिप्पणी के बाद 7 आधार अंक टूटकर 3.79 फीसदी पर आ गया। शुक्रवार को जब भारतीय मुद्रा बाजार बंद हो रहे थे तो यह 3.86 फीसदी पर कारोबार कर रहा था। भारत में 10 वर्षीय सरकारी बॉन्ड का यील्ड सोमवार को करीब 4 आधार अंक घटकर खुल सकता है। शुक्रवार को यह 6.86 फीसदी पर टिका था।
पॉवेल ने यह नहीं बताया कि फेड ब्याज दरों में कितनी कटौती कर सकता है लेकिन ज्यादातर विश्लेषकों का अनुमान है कि सितंबर में ब्याज दरें 25 आधार अंक घटेंगी। पॉवेल ने शुक्रवार को कहा कि नीतिगत दरों के समायोजन का समय आ गया है। इसकी दिशा स्पष्ट है और कटौती का समय और इसकी रफ्तार आगामी आंकड़ों, उभरते परिदृश्य और जोखिम संतुलन पर निर्भर करेगी।
विशेषज्ञों ने कहा कि इक्विटी बाजार सितंबर में फेड की 25 आधार अंक ब्याज कटौती को पूरी तरह समाहित कर चुका है। फिर भी उनमें 0.5 फीसदी से लेकर 1 फीसदी तक की बढ़त हो सकती है क्योंकि फेड का दर कटौती का चक्र शुरू होने का स्पष्ट संकेत मिलने से मनोबल में मजबूती है। फेडरल रिजर्व प्रमुख की टिप्पणी से उत्साहित अमेरिकी बाजार शुक्रवार को करीब एक फीसदी चढ़कर बंद हुए।
रॉकफोर्ट फिनकैप एलएलपी के संस्थापक और प्रबंध साझेदार वेंकटकृष्णन श्रीनिवासन ने कहा कि बाजार सकारात्मकता के साथ खुलेगा और हम यील्ड में 3-4 आधार अंक की गिरावट देख सकते हैं।
उन्होंने कहा, हमें यह भी देखना है कि भारतीय रिजर्व बैंक ब्याज दरों में कब कटौती शुरू करता है और जब तक इस पर स्पष्टता नहीं होती यील्ड की दिशा बदल भी सकती है। मौजूदा वित्त वर्ष में बेंचमार्क यील्ड 19 आधार अंक फिसला है जबकि मौजूदा कैलेंडर वर्ष में इसमें 31 आधार अंकों की बढ़ोतरी हुई है। अगस्त में अब तक यील्ड 6 आधार अंक नरम हुआ है।
अन्य वैश्विक बाजारों में सुधार के बीच बेंचमार्क निफ्टी और सेंसेक्स इस महीने के निचले स्तर से करीब 3.5 फीसदी उछले हैं क्योंकि अमेरिकी मंदी का डर कम हुआ है। शुक्रवार को सेंसेक्स व निफ्टी क्रमश: 81,086 और 24,823 पर बंद हुए। दोनों सूचकांक अभी 1 अगस्त की रिकॉर्ड ऊंचाई 82,129 और 25,031 से नीचे हैं।
रेलिगेयर ब्रोकिंग के वरिष्ठ उपाध्यक्ष (शोध) अजित मिश्र ने कहा कि बाजार के भागीदार अमेरिकी फेडरल रिजर्व की टिप्पणी पर सकारात्मक प्रतिक्रिया देंगे। इसके अतिरिक्त कमजोर होता डॉलर और कच्चे तेल की गिरती कीमतें हमारे बाजारों के लिए सकारात्मक हैं।
विदेशी मुद्रा के कारोबारी डॉलर के मुकाबले रुपये के 83.85 पर खुलने की उम्मीद कर रहे हैं। शुक्रवार को यह 83.90 पर टिका था।