सरकार भारतीय जीवन बीमा निगम (एलआईसी) का आईपीओ दो-तीन सप्ताह में पेश किए जाने की उम्मीद कर रही है, क्योंकि बाजारों पर अमेरिकी फेड की दर वृद्घि का न्यूनतम प्रभाव जैसे कुछ खास घटनाक्रम को देखते हुए अब देश की सबसे बड़ी सूचीबद्घता के लिए हालात काफी हद तक बेहतर होते दिख रहे हैं।
एलआईसी और केंद्र सरकार ने बाजार नियामक सेबी के समक्ष नया डीआरएचपी पेश किया है। नियामक द्वारा कुछ सवाल उठाए जाने के बाद यह नया डीआरएचपी सौंपा गया है। सेबी ने जोखिम और सूचीबद्घता के समय मूल्यांकन आदि के बारे में सवालों के बारे में स्पष्टीकरण देने को कहा था।
सरकार को यह आईपीओ नए डीआरएचपी पर नियामक की मंजूरी मिलने के बाद 2-3 सप्ताह में पेश किए जाने की उम्मीद है, बशर्ते कि बाजार में बहुत ज्यादा उतार-चढ़ाव पैदा न हो। केंद्र बाजार में उतार-चढ़ाव पर नजर रख रहा है, क्योंकि रूस और यूक्रेन के बीच मौजूदा हमले की वजह से भूराजनीतिक तनाव से निवेशकों में अनिश्चितता गहरा गई है।
अधिकारी ने कहा कि सरकार सेबी से मंजूरी का इंतजार कर रही है और जल्द ही एंकर निवेशकों से बात करना शुरू कर देगी।
