जापान की सबसे बड़ी सिक्योरिटी कंपनी नोमुरा देश के स्टॉक ब्रोकिंग कारोबार में प्रवेश करेगी। कंपनी से जुड़े सूत्रों का कहना है कि इसके लिए कंपनी ने सात लोगों की एक टीम को भी नियुक्त कर दिया है जिसमें राहुल भट्ट को सेल ट्रेडिंग का प्रमुख बनाया गया है।
कंपनी विनियामकों की अनुमति मिलने का इंतजार कर रही है। शुरुआत में कंपनी ऑर्गेनिक या इनऑर्गेनिक तरीके से संस्थागत ब्रोकेज कारोबार में प्रवेश करेगी और फिर कंपनी की योजना रिटेल ब्रोकिंग कारोबार में प्रवेश करने की है। हालांकि नोमुरा के प्रवक्ता ने इस संबंध में कुछ भी कहने से इंकार कर दिया।
पिछली जुलाई में टोक्यो की इस कंपनी ने एनाम सिक्योरिटीज में हिस्सेदारी खरीदने के लिए बातचीत की शुरुआत की थी। हालांकि वैल्यूएशन और हिस्सेदारी के मुद्दों पर सहमति न पाने की वजह से यह बातचीत हो गई। इस महीने की शुरुआत में नोमुरा ने भारतीय जीवन बीमा निगम के साथ एक समझौता पत्र पर सहमति जताई है जिससे कंपनी को एलआईसी असेट मैनेजमेंट में हिस्सेदारी प्राप्त हो जाएगी। कंपनी से जुड़े सूत्रों का कहना है कि कंपनी की एलआईसी असेट मैनेजमेंट में 26 फीसदी की हिस्सेदारी होगी।
भारत में असेट मैनेजमेंट,ब्रोकिंग और इनवेस्टमेंट बैंकिंग में प्रवेश करने की इच्छुक है। इसी तरह अमेरिकी निवेश कंपनियों जैसे मेरिल लिंच,गोल्डमैन सैक्स और मॉर्गेन स्टेनली ने भी संयुक्त उपक्रम के जरिए भारतीय बाजार में प्रवेश किया था लेकिन बाद में उन्होंने स्थानीय कंपनियों को खरीद लिया। नोमुरा की उपस्थिति पहले भी भारतीय बाजार में थी लेकिन बाद में 90 के दशक के करीब कंपनी ने खुद को भारतीय बाजार से अलग कर लिया था। मॉर्गेन स्टेनली ने अनुमान लगाया है कि भारत में उसका ब्रोकिंग कारोबार 2015 तक बढ़कर 3.9 बिलियन डॉलर तक पहुंच जाएगा।
नोमुरा की योजना भारतीय बाजार में सीधे प्रवेश करने की
राहुल भट्ट सेल्स ट्रेडिंग के प्रमुख नियुक्त
नोमुरा ने भारतीय जीवन बीमा निगम के साथ किया समझौता-पत्र पर हस्ताक्षर
मॉर्गन स्टैनली ने अनुमान लगाया है कि भारत में उसका ब्रोकिंग कारोबार 2015 तक बढ़कर 3.9अरब डॉलर तक पहुंच जाएगा।