स्टॉक मार्केट में तेज़ उतार-चढ़ाव के बावजूद नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) का बेंचमार्क इंडेक्स निफ्टी 50 मई महीने में अब तक 3 फीसदी की बढ़त दिखा चुका है। करीब सात महीने के बाद यह इंडेक्स फिर से 25,000 के ऊपर ट्रेड करता दिख रहा है। निफ्टी ने 7 अप्रैल को 21,744 का लो बनाया था, जिसके बाद से इसमें करीब 15.5% की बढ़त दर्ज हुई है। इस रैली के चलते अब निफ्टी अपने सभी अहम मूविंग एवरेज के ऊपर ट्रेड कर रहा है, जो टेक्निकल एनालिसिस के अनुसार एक सकारात्मक संकेत होता है।
करीब तीन हफ्ते पहले निफ्टी ने अपने वीकली चार्ट पर ब्रेकआउट दिया था और तब से अब तक इंडेक्स में 5% से ज़्यादा की तेजी आ चुकी है। फिलहाल निफ्टी अपने ऑल-टाइम हाई 26,277 से करीब 4.9% नीचे है।
अमेरिका-भारत के बीच संभावित ट्रेड डील, अच्छे मॉनसून और दुनिया में कम होता तनाव मिलकर मार्केट में एक बार फिर से पॉजिटिव माहौल बना रहे हैं। ऐसे में सवाल उठ रहा है कि क्या निफ्टी 30,000 के लेवल तक पहुंच सकता है?
अगर निफ्टी 25,000 के ऊपर बना रहता है, तो निकट भविष्य में इसमें तेजी बनी रहने की उम्मीद है। ऊपर की तरफ निफ्टी का अगला बड़ा रेजिस्टेंस 25,900 के स्तर पर है, जिसे मीडियम टर्म रेजिस्टेंस माना जाता है। इसके पहले दो छोटे रेजिस्टेंस 25,268 और 25,333 के स्तर पर हैं।
अगर निफ्टी 25,900 के ऊपर मजबूती से ट्रेड करता है, तो यह नए हाई की ओर बढ़ सकता है। इस रैली का अगला टारगेट 26,500 से 26,800 के बीच हो सकता है, जो शॉर्ट-टू-मीडियम टर्म में माना जा रहा है। फिबोनाच्ची एक्सटेंशन चार्ट के अनुसार, अगर बाजार तेजी की राह पर बना रहता है, तो निफ्टी दिसंबर 2025 तक 28,785 तक पहुंच सकता है। इसके बीच में एक और बड़ा रेजिस्टेंस 27,650 के स्तर पर है। फिलहाल, टेक्निकल चार्ट यह नहीं दिखाता कि निफ्टी इस साल के अंत तक 30,000 के निशान को पार कर पाएगा। CLICK HERE FOR THE CHART
निफ्टी का सबसे पहला और महत्वपूर्ण शॉर्ट-टर्म सपोर्ट 24,770 के स्तर पर है। अगर निफ्टी इस स्तर से नीचे गिरता है, तो वह 20-दिन के मूविंग एवरेज (20-DMA) यानी 24,315 पर सहारा खोज सकता है। इसके बाद अगला मजबूत सपोर्ट 200-दिन के मूविंग एवरेज (200-DMA) यानी 24,050 पर आता है। इसके अलावा, निफ्टी के लिए ट्रेंड लाइन सपोर्ट 23,770 के स्तर पर मौजूद है। इस तरह, 24,770 से नीचे गिरने पर निफ्टी के लिए नीचे के लेवल पर समर्थन मिलने की उम्मीद बनी रहेगी।