शेयर बाजार में आज यानी 15 फरवरी को सोलर पैनल बनाने वाली कंपनी Alpex Solar के शेयरों ने दमदार एंट्री मारी है। आज कंपनी के IPO की जैसे ही लिस्टिंग हुई, कुछ ही मिनटों में इसके शेयर इश्यू प्राइस से करीब तीन गुना रेट पर कारोबार करने लगे। NSE SME सेगमेंट के इस IPO की लिस्टिंग आज 329 रुपये पर हुई जबकि इसकी इश्यू प्राइस 115 रुपये प्रति शेयर था। कंपनी के शेयरों ने इस डेब्यू के साथ इश्यू प्राइस के मुकाबले 186.09 फीसदी का उछाल दर्ज किया।
NSE SME सेगमेंट के इस आईपीओ के लिए लॉट साइज 1200 शेयरों की तय की गई थी। इस लिहाज से जो भी निवेशक इसमें शेयर खरीदे होंगे, उन्हें 1,38,000 रुपये का निवेश करना पड़ा होगा। लिस्टिंग के बाद इश्यू प्राइस के मुकाबले कंपनी के शेयर में जो उछाल देखने को मिला, उससे निवेशकों को करीब-करीब 2.5 लाख रुपये का मुनाफा मिला होगा।
Alpex Solar के शेयर आज NSE पर 200.39 फीसदी के साथ बंद हुए। कंपनी के शेयर 230.45 अंकों की उछाल दर्ज करते हुए 345.45 के लेवल पर पहुंच गए।
Alpex Solar IPO को निवेशकों की तरफ से शानदार रिस्पांस मिला। इसके IPO को तीसरे और अंतिम दिन 324.03 गुना सब्सक्रिप्शन मिले। वहीं, इश्यू को दूसरे दिन 82.88 गुना और पहले दिन 30.85 गुना सब्सक्राइब किया गया था।
सोलर पैनल बनाने वाली अल्पेक्स सोलर (Alpex Solar) का आईपीओ 8 फरवरी को ओपन हो हुआ था और 12 फरवरी को क्लोज हो गया था। चूंकि, उसी दौरान 1 करोड़ घरों में सोलर पैनल लगाने की बात सरकार कर रही थी, ऐसे में एनालिस्ट भी अनुमान लगा रहे थे कि मोदी सरकार (Modi Government) के बड़े ऐलान के बाद निवेशक इस आईपीओ में जमकर पैसा लगा सकते हैं। हालांकि, आईपीओ ओपन होने के बाद यह दिखा भी और लिस्टिंग के दौरान भी बाजार में इसके शेयरों की रौनक छाई रही। कंपनी की इस आईपीओ के जरिये 74.52 करोड़ रुपये जुटाने की योजना है।
Alpex Solar बिजनेस टु बिजनेस (B2B) मॉडल पर काम करती है। कंपनी ने सोलर पैनल बेचने वाली कई कंपनियों के लिए मैन्युफैक्चरिंग और डिलीवरी का काम करती है। इसने अभी तक Luminous, Jackson, and Tata Power जैसी दिग्गज कंपनियों को सोलर पैनल बनाकर दिए हैं।
इसके अलावा, कंपनी सोलर पैनल- सोलर वर्ल्ड एनर्जी सॉल्यूशंस प्राइवेट लिमिटेड, बीवीजी इंडिया लिमिटेड, टाटा पावर, हिल्ड एनर्जी प्राइवेट लिमिटेड और शक्ति पंप्स इंडिया लिमिटेड जैसी ईपीसी कंपनियों को सोलर पैनल बनाकर जिलीवर करती है। ये कंपनियां अपने कस्टमर्स से ऑर्डर पाने के बाद उनके यहां सोलर पैनल इंस्टाल करती है। दूसरे शब्दों में कहें तो ये कंपनी सोलर पैनल बनाकर इन कंपनियों को देती है और वे उस पैनल को बेचती हैं और उन्हें इंस्टाल करने का काम करती हैं।