Airtel Payments Bank (पीबी) के प्रबंध निदेशक और मुख्य कार्याधिकारी (सीईओ) अणुव्रत विश्वास ने कहा कि नियामक अनिवार्यता को देखते हुए एयरटेल पेमेंट्स बैंक सितंबर 2027 के पहले आरंभिक सार्वजनिक पेशकश (आईपीओ) लाने पर विचार कर रहा है, क्योंकि पिछले साल इसने 500 करोड़ रुपये का नेटवर्थ पार कर लिया है। पिछले साल सितंबर में 500 करोड़ रुपये कुल कारोबार पार करने वाले भुगतान बैंक को 3 वर्षों के भीतर सूचीबद्ध होना आवश्यक है।
बिज़नेस स्टैंडर्ड से बातचीत में विश्वास ने कहा, ‘वित्त वर्ष 2025 में हमारा कुल कारोबार सितंबर 2024 में ही 500 करोड़ रुपये पार कर गया। नियामकीय अनिवार्यता के मुताबिक हमें 3 साल में निश्चित रूप से सूचीबद्ध होना है। ऐसे में सितंबर 2027 आखिरी महीना है, उसके पहले हमें निश्चित रूप से सूचीबद्ध होना है और हम उसी के मुताबिक काम कर रहे हैं।’
यह भी पढ़ें…Q4 Results: Ashok Leyland, Grasim से लेकर Max Estates तक; चौथी तिमाही में किसने कितना कमाया?
‘स्मॉल फाइनैंस बैंकों की सूचीबद्धता’ को लेकर भारतीय रिजर्व बैंक के दिशानिर्देशों में यह अनिवार्य किया गया है कि अगर किसी इकाई का कुल कारोबार 500 करोड़ रुपये को पार कर जाता है तो उस तिथि से 3 साल के भीतर उसे सूचीबद्ध होना होगा। हालांकि भुगतान बैंकों के लिए परिचालन दिशानिर्देशों में इस जरूरत का स्पष्ट उल्लेख नहीं है, लेकिन विश्वास ने कहा कि यही अनिवार्यता भुगतान बैंकों पर भी लागू होती है। वित्त वर्ष 2025 में भुगतान बैंक का शुद्ध मुनाफा 63 करोड़ रुपये रहा है, जो वित्त वर्ष 2024 के 34.5 करोड़ रुपये की तुलना में 82.5 प्रतिशत ज्यादा है। वित्त वर्ष 2025 की चौथी तिमाही में बैंक का शुद्ध मुनाफा 26 करोड़ रुपये था। क्रमिक आधार पर देखें तो वित्त वर्ष 2025 की तीसरी तिमाही के 18.5 करोड़ रुपये की तुलना में शुद्ध मुनाफा 40.5 प्रतिशत बढ़ा है। वित्त वर्ष 2025 में बैंक का राजस्व 2,709 करोड़ रुपये था, जो वित्त वर्ष 2024 के 1,836 करोड़ रुपये की तुलना में 47.5 प्रतिशत ज्यादा है।