गुरुग्राम की हेल्थटेक फर्म Pristyn Care का इरादा अगले छह महीने में लाभ हासिल करना है और वह तीन साल के भीतर आरंभिक सार्वजनिक निर्गम (आईपीओ) लाने पर विचार कर रही है।
प्रिस्टीन केयर के सह-संस्थापक हरसिमरबीर सिंह ने कहा कि कंपनी अगले तीन साल के दौरान राजस्व में तीन से चार गुना वृद्धि का लक्ष्य बना रही है। सिंह ने कहा कि नया होने के बावजूद हमारा चिकित्सा उपकरण कारोबार पिछले छह महीने में ही 60 लाख डॉलर का कारोबार कर चुका है और हमारा अनुमान है कि इस साल यह कारोबार 100 करोड़ रुपये से ऊपर पहुंच सकता है।
इस साल हम 900 करोड़ रुपये का राजस्व हासिल कर चुके हैं, जो पिछले साल की तुलना में दोगुना है। हम परिचालन दक्षता में भी इजाफा कर चुके हैं। हमारा लक्ष्य आईपीओ बाजार में तीन से चार गुना अधिक राजस्व के साथ प्रवेश करना है, जो संभावित रूप से 3,000 से 4,000 करोड़ रुपये तक पहुंच सकता है।
कंपनी द्वारा परिचालन में सुधार और निश्चित लागत कम करने के लिए अपनी टीम में सात प्रतिशत कमी करने की हालिया घोषणा के बावजूद यह उल्लेखनीय बदलाव हुआ है। अपनी इलेक्टिव सर्जरी सेवाओं के लिए मशहूर इस कंपनी को उम्मीद है कि अगले दो तिमाहियों में उसका सर्जरी कारोबार में लाभ दर्ज करेगा। इसका डायरेक्ट-टु-कंज्यूमर ब्रांड भी अगली तीन से चार तिमाहियों में लाभ में आने के आसार हैं।
इस उद्देश्य से प्रिस्टीन केयर लागत कम करने और प्रमुख परिचालन क्षेत्रों में वृद्धि को लक्ष्य बना रही है। लागत सुव्यवस्थित और दक्षता अधिकतम करके कंपनी का इरादा बाजार में अपनी उपस्थिति का विस्तार करते हुए अपने वित्तीय प्रदर्शन में इजाफा करना है।
परिचालन बढ़ाने तथा बाजार में उपलब्ध अवसर हासिल करने के लिहाज से कंपनी नए स्थानों में विस्तार करने के बजाय मौजूदा शहरों के बाजार में गहरी पैठ बनाने के लिए अपने शीर्ष 10 शहरों पर ध्यान केंद्रित करने की योजना बना रही है। जहां दिल्ली और बेंगलूरु जैसे महानगर अधिक प्राथमिकता वाले लक्ष्य हैं, वहीं कंपनी कोयंबटूर, कोच्चि, पुणे और भुवनेश्वर जैसे मध्य स्तर वाले शहरों पर भी ध्यान दे रही है।