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बैलेंस्ड एडवांटेज फंडों से दूरी बना रहे निवेशक, ज्यादा रिस्क वाले फंडों में निवेश बढ़ा

Last Updated- May 25, 2023 | 10:32 PM IST
Smallcaps steal a march over largecaps

वर्ष 2021 के बाद के समय में निवेशकों की पसंद रहे बैलेंस्ड एडवांटेज फंडों (BAF) में कुछ महीने पहले तक लगातार मजबूत पूंजी प्रवाह दर्ज किया गया था, क्योंकि निवेशकों ने मूल्यांकन चिंताओं के बीच सुर​क्षित निवेश विकल्पों पर जोर दिया। लेकिन अब मूल्यांकन संबं​धित चिंताएं घटने से निवेशक BAF से दूरी बनाकर जोखिमपूर्ण फंडों की ओर रुख कर रहे हैं। हाइब्रिड फंड कैटेगरी से बिकवाली पिछले सात महीनों में से छह में काफी बढ़ गई थी और निवेशकों ने सात महीने की अव​धि के दौरान 3,140 करोड़ रुपये की बिकवाली की थी।

साथ ही, जो​​खिम से जुड़ी एमएफ योजनाओं (स्मॉलकैप और थीमेटिक फंडों) में मासिक प्रवाह बढ़ा है। इन दो फंड श्रे​णियों ने अक्टूबर 2022 से शुद्ध मासिक पूंजी प्रवाह के संदर्भ में अन्य फंड श्रे​णियों को पीछे छोड़ दिया है। अक्टूबर और अप्रैल के बीच, स्मॉलकैप और सेक्टोरल फंडों में 12-12 हजार करोड़ रुपये का शुद्ध निवेश आक​​र्षित किया था। वहीं फ्लेक्सीकैप और लार्जकैप फंडों ने 3,900 करोड़ रुपये और 1,100 करोड़ रुपये के शुद्ध निवेश हासिल किए।

फिसडम में शोध प्रमुख नीरव करकेरा ने कहा, ‘मूल रूप से यह बदलाव-केंद्रित है। आपने देखा होगा कि BAF में दिलचस्पी पिछले कैलेंडर वर्ष के अंत में घटनी शुरू हो गई थी, जब वृहद आ​र्थिक परिदृश्य में कमजोरी आई। उसके बाद घरेलू सुधार के संदर्भ में बदलाव दिखने लगा। थीमेटिक और स्मॉलकैप जैसे जो​खिम से जुड़े फंडों में पूंजी प्रवाह भी बढ़ गया।’

बैलेंस्ड एडवांटेज फंडों को फंड मैनेजरों द्वारा रकम को बाजार हालात के आधार पर इक्विटी और डेट के बीच स्थानांतरित करने की स्वायत्तता की वजह से सुर​क्षित विकल्प माना जाता है। बाजार में भारी उतार-चढ़ाव के दौरान ये गिरावट के संदर्भ में सुर​क्षित माने जाते हैं।

वित्त वर्ष 2021-2022 में, हाइब्रिड फंड श्रेणी में 4,750 करोड़ रुपये का औसत मासिक शुद्ध प्रवाह हासिल हुआ था। निफ्टी-50 मूल्यांकन के साथ BAF में पूंजी प्रवाह की तुलना से पता चलता है कि पूंजी प्रवाह और निफ्टी-50 के पीई अनुपात के बीच मजबूत संबंध है।

अगस्त-नवंबर 2021 की अव​धि के दौरान पूंजी प्रवाह उस वक्त सर्वा​धिक था, जब मूल्यांकन काफी ऊपर (पीई अनुपात 30-32 के दायरे में) था। वहीं निकासी ऐसे समय में दर्ज की गई जब मूल्यांकन सबसे निचले स्तर पर पहुंच गया।

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मूल्यांकन में सुधार और वृहद आ​र्थिक परिवेश के अलावा प्रमुख म्युचुअल फंड वितरक निकासी के लिए बैंक साव​धि जमा (FD) दरों में आई तेजी को जिम्मेदार मान रहे हैं।

आनंद ​स्थित एक वरिष्ठ एमएफ वितरक नि​खिल ठक्कर ने कहा, ‘2021 में बीएएफ को लेकर सु​र्खियों ने नए निवेशकों को आक​र्षित किया, जिनमें से कुछ अब जमा दरों में तेजी की वजह से FD पर ध्यान दे सकते हैं।’

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वर्ष 2021 के बाद के हिस्से में BAF में तेजी बाजार चढ़ने के बाद महंगे मूल्यांकन को लेकर पैदा हुईं चिंताओं पर आधारित थी। इन फंडों को सबसे बड़े फंड हाउस एसबीआई एमएफ से नई फंड पेशकश (NFO) से भी मदद मिली। इ​क्विटी-आधारित योजनाओं में निवेशकों की दिलचस्पी बढ़ने से मूल्यांकन में बड़ा सुधार आया।

BAF में निवेश पैटर्न को प्रभावित करने वाला अन्य बदलाव म्युचुअल फंडों में एकमुश्त निवेश में गिरावट है। एमएफ वितरकों के अनुसार, BAF और अन्य हाइब्रिड योजनाएं एकमुश्त निवेश के जरिये ज्यादातर पूंजी प्रवाह हासिल करती हैं। आंकड़े से पता चलता है कि इ​क्विटी और हाइब्रिड योजनाओं में एकमुश्त निवेश वित्त वर्ष 2023 के ज्यादातर समय में कमजोर रहा।

First Published - May 25, 2023 | 8:51 PM IST

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