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परिसंप​त्ति प्रबंधन कंपनियों में जोरदार वृद्धि का दम, खुदरा निवेश में दिलचस्पी

Asset management companies: FY2024 की चौथी तिमाही में घरेलू म्युचुअल फंड उद्योग की तिमाही औसत एयूएम सालाना आधार पर 34% और तिमाही आधार पर 10% बढ़कर 54 लाख करोड़ रुपये रही।

Last Updated- April 19, 2024 | 10:07 PM IST
परिसंप​त्ति प्रबंधन कंपनियों में जोरदार वृद्धि का दम, खुदरा निवेश में दिलचस्पी, AMCs likely to report strong gains in Q4FY24 on back of AUM growth

इ​क्विटी म्युचुअल फंडों में शुद्ध पूंजी प्रवाह मार्च 2024 में मासिक आधार पर कमजोर पड़कर 22,576 करोड़ रुपये (हाइब्रिड को छोड़कर) रह गया है। यह एक महीने पहले के मुकाबले 15 प्रतिशत की गिरावट है (सालाना आधार पर 12 प्रतिशत तक की वृद्धि)। लेकिन एयूएम में शानदार वृद्धि के कारण परिसंप​त्ति प्रबंधन कंपनियों के लिए पिछला वर्ष अच्छा रहा। एयूएम वृद्धि की मदद से एएमसी वित्त वर्ष 2024 की चौथी तिमाही में मजबूत पीएटी वृद्धि (सालाना आधार पर 30-40 प्रतिशत) दर्ज कर सकती हैं।

वित्त वर्ष 2024 की चौथी तिमाही में घरेलू म्युचुअल फंड उद्योग की तिमाही औसत एयूएम सालाना आधार पर 34 प्रतिशत और तिमाही आधार पर 10 प्रतिशत बढ़कर 54 लाख करोड़ रुपये रही। इ​क्विटी तिमाही औसत एयूएम सालाना आधार पर 45 प्रतिशत और तिमाही आधार पर 13 प्रतिशत की दर से बढ़कर 39 लाख करोड़ रुपये रही। घरेलू फंड उद्योग की एयूएम में इ​क्विटी एयूएम का योगदान 70 प्रतिशत से अ​धिक है।

सूचीबद्ध एएमसी में एचडीएफसी एएमसी और निप्पॉन एएमसी की बाजार भागीदारी बढ़ी है और ये ऊंची वृद्धि दर्ज कर सकती हैं। एएमसी उद्योग ने वित्त वर्ष 2025 की शुरुआत मजबूती के साथ की है क्योंकि वित्त वर्ष 2024 में इ​क्विटी एयूएम वित्त वर्ष 2024 के औसत एयूएम के मुकाबले 20 प्रतिशत अ​धिक रही। केफिन टेक्नोलॉजीज जैसी सूचीबद्ध पंजीयक और ट्रांसफर एजेंट या आरटीए भी बेहतर प्रदर्शन करेंगी।

हालांकि डेट फंडों ने लगातार तीसरी तिमाही में शुद्ध निकासी दर्ज की। इसलिए इ​क्विटी एयूएम की भागीदारी एक साल पहले के मुकाबले 600 आधार अंक और तिमाही आधार पर 200 आधार अंक बढ़कर 72 प्रतिशत हो गई। इ​क्विटी सेगमेंट ने वित्त वर्ष 2024 की चौथी तिमाही में 1.4 लाख करोड़ रुपये का मजबूत शुद्ध पूंजी प्रवाह दर्ज किया। इसे बढ़ते एसआई प्रवाह और एनएफओ से जुटाई गई रा​शि (22,700 करोड़ रुपये) से मदद मिली।

एयूएम में बढ़ोतरी

जहां वित्त वर्ष 2024 की चौथी तिमाही में उद्योग की एयूएम वृद्धि सालाना आधार पर 34 प्रतिशत रही वहीं एचडीएफसी एएमसी की एयूएम सालाना आधार पर 36 प्रतिशत तक बढ़ी। निप्पॉन एमएसी के लिए यह आंकड़ा 47 प्रतिशत रहा। बिड़ला एएमसी और यूटीआई एएमसी की एयूएम सालाना आधार पर क्रम से 21 प्रतिशत और 22 प्रतिशत के साथ धीमी गति से बढ़ीं।

ऐ​क्टिव इ​क्विटी सेगमेंट (इ​क्विटी+ बैलेंस्ड फंड) में उद्योग के लिए 50 प्रतिशत की सालाना औसत वृद्धि के मुकाबले एचडीएफसी एएमसी और निप्पॉन एएमसी की एयूएम 60 प्रतिशत तक बढ़ीं। इसलिए ऐ​क्टिव इ​क्विटी में एचडीएफसी एएमसी की बाजार भागीदारी सालाना आधार पर 80 आधार अंक तक बढ़कर 12.9 प्रतिशत हो गई और निप्पॉन एएमसी की बाजार भागीदारी एक साल पहले के मुकाबले 40 आधार अंक तक बढ़कर 6.8 प्रतिशत रही।

कुल मिलाकर, उद्योग की एयूएम मार्च, 2023 के अंत में 40 लाख करोड़ रुपये थी जो फरवरी 2024 में बढ़कर 54.5 लाख करोड़ रुपये पर पहुंच गई। यह 11 महीने में 36.2 प्रतिशत की वृद्धि है। इसे 51.6 प्रतिशत की इ​क्विटी एयूएम वृद्धि से मदद मिली जबकि डेट एयूएम 14.8 प्रतिशत बढ़ी। एचडीएफसी एएमसी की कुल एयूएम बाजार भागीदारी फरवरी में 9 आधार अंक बढ़कर 11.36 प्रतिशत हो गई जबकि कुल एयूएम बाजार भागीदारी में एनएएम 12 आधार अंक बढ़कर 7.99 प्रतिशत पर पहुंच गया।

खुदरा निवेश में दिलचस्पी

इ​क्विटी योजनाओं ने मजबूत रिटेल निवेश दर्ज किया। एसआईपी में अप्रैल 2023 से फरवरी 2024 तक 3.85 करोड़ नए खाते जुड़े और कुल एसआईपी खातों की संख्या फरवरी 2024 में 8.001 करोड़ पर पहुंच गई जो वित्त वर्ष 2023 के अंत में 6.360 करोड़ थी। फरवरी 2024 में कुल एसआईपी एयूएम 10.5 लाख करोड़ रुपये रहा।

First Published - April 19, 2024 | 10:07 PM IST

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