सेंसेक्स आज 70 अंकों की बढ़त के साथ 9,639 अंकों पर खुला। इसके बाद बनी ताजा खरीदारी से यह 9,706 अंकों के अपने सर्वोच्च स्तर पर पहुंचा।
हालांकि इसके बाद वह यह स्तर बरकरार नहीं रख पाया और जल्द ही लाल निशान में चला गया। दोपहर बाद के सत्र में यह बिकवाली और बढ़ गई।
इसकी वजह पाकिस्तान के साथ युध्द की संभावना रही। एक समय सेंसेक्स दिन के सर्वोच्च स्तर से 411 अंक नीचे 9,295 अंकों के स्तर पर था।
अंतत: बाजार 240 अंक नीचे 9,329 अंकों पर बंद हुआ, जबकि नेशनल शेयर बाजार (एनएसई) निफ्टी 59.60 अंक गिरकर 2857.25 पर बंद हुआ। बीएसई आईटी और रियल्टी सूचकांक क्रमश: 4-4 फीसदी नीचे 2,149 रु. और 2,201 अंकों पर रहा जबकि बैंकेक्स 3 फीसदी गिरकर 5,211 अंकों पर जा पहुंचा।
आज कुल 2,532 शेयरों पर कारोबार हुआ। इसमें 1,598 गिरे, 865 चढ़े और 69 अपरिवर्तित रहे। गिरने वाले शेयरों में रिलायंस इंफ्रास्ट्रक्चर और डीएलएफ 6-6 फीसदी गिरकर 542 रुपये और 276 रुपये पर पहुंच गए। इन्फोसिस (1,110 रुपये) और आईसीआईसीआई बैंक (418 रुपये) दोनों 5-5फीसदी नीचे आए।
महिंद्रा एंड महिंद्रा (266 रुपये) 4.7 फीसदी, हिंडाल्को (49 रुपये), जयप्रकाश एसोसिएट्स (74 रुपये), ओएनजीसी (644 रुपये) और भेल (1,300 रुपये) एक समान चार फीसदी गिरे।
इनके बाद एसबीआई (1,244 रुपये) व स्टरलाइट (249 रुपये) 3-3 फीसदी, टाटा स्टील (212 रुपये) व लॉर्सन एंड ट्रूबो (744 रुपये) 2.7 फीसदी, टाटा मोटर्स (156 रुपये) , रिलायंस (1,212 रुपये) व विप्रो (227 रुपये) 2.5 फीसदी और हिंदुस्तान यूनीलिवर (252 रुपये) और एसीसी (457 रुपये) दो फीसदी कमजोर हुए।
उधर ग्रेसिम (1,205 रुपये) और मारुति (511 रुपये) के शेयर 1.7 फीसदी चढ़े। रैनबैक्सी एक फीसदी मजबूत होकर 219 रुपये पर पहुंच गया। अगर वैल्यू चार्ट की बात करें तो 194 करोड़ रुपये के टर्नओवर के साथ भारती एयरटेल अव्वल रहा।
इसके बाद रिलायंस (187.25 करोड़ रुपये), डीएलएफ (177.60 करोड़ रुपये), रिलायंस कैपिटल (177 करोड़ रुपये) और सत्यम कंप्यूटर (163.20 करोड़ रुपये) का स्थान रहा।
वॉल्यूम की बात करें तो रिलायंस नेचुरल रिसॉर्सेज 2 करोड़ शेयरों में कारोबार के साथ अव्वल रहा। इसके बाद रिलायंस पेट्रोलियम (1.73 करोड़ शेयर), यूनीटेक (1.54 करोड़ शेयर), सुजलॉन (1.40 करोड़ शेयर) और सत्यम (1.17 करोड़ शेयर) का स्थान रहा।
बाजार में आज आए गिरावट के रुख के लिए भारत और पाकिस्तान के बीच जारी तनाव और एडवांस टैक्स के रूप में कम राशि मिलना रही। पाक के साथ जारी तनाव के मद्देनजर आज सेना की तीनों कोरों के प्रमुखों ने प्रधानमंत्री से मिलकर सुरक्षा पर चर्चा की।
दूसरी ओर खबर है कि पाक ने नियंत्रण रेखा पर अपने सैनिकों की संख्या बढ़ा दी है। एडवांस टैक्स के रूप में कम राशि एकत्र होना कारोबारियों के लिए चिंता का दूसरा सबसे बड़ा कारण रहा। अक्टूबर-दिसंबर की तिमाही में साल दर साल के आधार पर एडवांस कर में 22 फीसदी की गिरावट हुई।
बाजार को मुद्रास्फीति की दर के 13 दिसंबर को खत्म हुए सप्ताह में सिर्फ 6.61 फीसदी तक पहुंचने से भी निराशा हुई। हालांकि बाजार के मूवमेंट में मुद्रास्फीति कोई कारक नहीं है। फरवरी-मार्च तक इसके 2 फीसदी तक पहुंच जाने की बात कही जा रही है।