औद्योगिक उत्पादन के ताजा आंकड़ों ने बाजार को बुरी तरह निराश कर दिया है। इसके अलावा महंगाई का लगातार ऊपर की ओर सरकता चार्ट और तेल की कीमतों ने भी बाजार को काफी हद तक हिलाकर रख दिया है और इसी सब का असर शुक्रवार को बाजार में देखने को मिला।
जमकर बिकवाली हुई, बैंकिंग, मेटल, तेल और पावर किसी भी सेक्टर में कोई उम्मीद नहीं दिख रही थी। शुक्रवार को इन्फोसिस के नतीजे तो ठीक रहे लेकिन डॉलर मूल्य में इसके आगे के अनुमानों ने बाजार को कतई संतुष्ट नहीं किया। मई में औद्योगिक उत्पादन की ग्रोथ केवल 3.8 फीसदी रही जबकि पिछले साल इसी दौरान यह 10.6 फीसदी थी। महंगाई की दर भी कुछ और ऊपर खिसक गई है। इन सभी का सेंसेक्स पर शुक्रवार को सीधा असर पड़ा है।
सुबह सेंसेक्स 106 अंकों की तेजी लेकर 14,032 अंकों पर खुला था और बढ़कर 14,066 अंकों पर जा पहुंचा लेकिन जल्दी ही यह टेक्नोलॉजी शेयरों की कमजोरी की वजह से नीचे सरकने लगा। लेकिन औद्योगिक उत्पादन के आंकड़े जारी होने केबाद बिकवाली का दबाव बन गया और सेंसेक्स दिन के उच्चतम स्तर से 715 अंक लुढ़क गया और कारोबार खत्म होने पर यह कुल 456 अंक फिसलकर 13,470 अंकों पर बंद हुआ जबकि निफ्टी 113 अंक टूटकर 4049 अंकों पर रहा।
सेंसेक्स के जिन शेयरों में गिरावट रही, उनमें सबसे ज्यादा टेक्नोलॉजी शेयरों में गिरावट रही, टीसीएस 8 फीसदी, सत्यम और इन्फोसिस 7-7 फीसदी और विप्रो 4.3 फीसदी कमजोर होकर बंद हुए। इसके अलावा जयप्रकाश एसोसिएट्स 8.5 फीसदी गिरकर 157 रुपए पर बंद हुआ जबकि एल ऐंड टी 7 फीसदी कमजोर होकर 2357 रुपए पर रहा। रिलायंस इंफ्रा 6.3 फीसदी और एचडीएफसी भी साढ़े पांच फीसदी गिरकर बंद हुआ।
टाटा स्टील, आईसीआईसीआई बैंक, ओएनजीसी, एनटीपीसी, बीएचईएल और आईटीसी भी 4.7-2.7 फीसदी गिरकर बंद हुए। चढ़ने वालों में अंबुजा सीमेंट्स 2 फीसदी चढ़कर 81 पर रहा और एचडीएफसी बैंक और हिंडाल्को भी 1-1 फीसदी चढ़कर बंद हुए। टर्नओवर की बात करें तो सबसे ज्यादा 390 करोड़ रुपए का टर्नओवर रिलायंस कैपिटल में देखा गया। वॉल्यूम में सबसे ऊपर आईएफसीआई रहा जिसमें कुल 2.10 करोड़ शेयरों का कारोबार हुआ।