facebookmetapixel
₹30 में 4 किमी सफर, दिल्ली में लॉन्च होने जा रही है भारत टैक्सी; ओला-उबर की बढ़ी टेंशन!ट्रंप ने किया ‘वॉरियर डिविडेंड’ का ऐलान, 14.5 लाख सैन्य कर्मियों को एकमुश्त मिलेंगे 1,776 डॉलरKSH International IPO: अब तक 28% भरा इश्यू, सब्सक्राइब करना चाहिए या नहीं; ग्रे मार्केट ये दे रहा इशारा77% तक रिटर्न देने को तैयार ये Realty Stock! ब्रोकरेज ने कहा- नए शहरों में विस्तार से तेजी की उम्मीदCAFE-3 मानकों पर विवाद अब PMO तक पहुंचा, JSW MG और Tata Motors ने उठाया मुद्दाPaytm पर खतरे की घंटी! Infosys और Britannia पर दांव लगाने की सलाह, चेक करें टारगेट्स, स्टॉप-लॉसStocks to Watch today: HCLTech से लेकर Tata Motors और Paytm तक, गुरुवार को इन 10 स्टॉक्स पर रखें नजरचुनाव से पहले बिहार की तिजोरी पर भारी बोझ, घाटा तीन गुना बढ़ाStock Market Update: शेयर बाजार की कमजोर शुरुआत, सेंसेक्स 145 अंक टूटा; निफ्टी 25800 के नीचे फिसलाक्या देरी से बिगड़ रही है दिवाला समाधान प्रक्रिया?

सूचकांकों ने बढ़त के साथ किया सप्ताह का समापन

Last Updated- December 11, 2022 | 10:05 PM IST

बेंचमार्क सूचकांकों ने इस सप्ताह का समापन बढ़त के साथ किया, हालांकि शुक्रवार को उन्होंने पांच दिन की बढ़त वाली शृंखला को तोड़ दिया। बेंचमार्क सेंसेक्स और निफ्टी ने सप्ताह का अंत 2.5 फीसदी की बढ़त के साथ किया। शुक्रवार को सेंसेक्स ने गिरावट के साथ शुरुआत की और कारोबार के पहले दो घंटों के दौरान कुछ और नीचे आ गया, लेकिन सॉफ्टवेयर में खरीदारी और सूचकांक में बैंकिंग क्षेत्र की बड़ी कंपनियों के दम पर इसने अपने अधिकांश नुकसान की भरपाई कर ली। सेंसेक्स ने 12 अंक या 0.02 फीसदी की गिरावट के साथ 61,223 के स्तर पर सत्र का समापन किया। दूसरी ओर निफ्टी ने दो अंक या 0.01 फीसदी की गिरावट के साथ 18,255 के स्तर पर सत्र का समापन किया।
कंपनियों की तिमाही आय घोषणाओं के संबंध में उम्मीद के बीच इस सप्ताह सूचकांकों में तेजी आई थी। केंद्र सरकार के इस बयान ने भी निवेशकों को प्रसन्न कर दिया था कि कोविड के मामलों में दूसरी लहर के मुकाबले अस्पताल में भर्ती होने की आवश्यकता कम रहेगी। अमेरिकी फेडरल रिजर्व के चेयरमैन जेरोम पॉवेल द्वारा अमेरिकी संसद में दिए गए बयान ने भी निवेशकों का उत्साह बढ़ाया। इसे कम आक्रामक रुख के रूप में माना गया था।
मोतीलाल ओसवाल फाइनैंशियल सर्विसेज के खुदरा अनुसंधान प्रमुख सिद्धार्थ खेमका ने कहा कि अमेरिकी फेड के कई अधिकारियों की उन तीखी टिप्पणियों की वजह से वैश्विक बाजारों में बिकवाली जारी रही, जो मुद्रास्फीति से निपटने के लिए तेजी से ब्याज दरों में बढ़ोतरी का संकेत दे रही थी। इसके अलावा बाजार ने 20 दिनों में अपने हाल के 16,400 के निचले स्तर की तुलना में तीव्रता के साथ 10 प्रतिशत से अधिक का सुधार किया है। मूल्यांकन अब कम स्तर का नहीं है और बाजार में सकारात्मक रफ्तार कायम रखने के लिए मजबूत आय वितरण की जरूरत है।
विश्लेषकों ने कहा कि निवेशक इस बात से जूझ रहे हैं कि महामारी के अंत में मौद्रिक सुगमता और दरों में बढ़ोतरी से इक्विटी बाजारों पर किस तरह का दबाव पड़ेगा। अमेरिकी फेडरल रिजर्व और अन्य केंद्रीय बैंकों द्वारा कम ब्याज दरों तथा आक्रामक बॉन्ड खरीद ने हाल के दिनों में दुनिया भर के इक्विटी बाजारों को कुछ बेहतरीन प्रतिफल दर्ज करने में मदद की थी।
रेलिगेयर ब्रोकिंग के अनुसंधान उपाध्यक्ष अजीत मिश्रा ने कहा कि हम सूचकांक में और मजबूती देख सकते हैं, हालांकि पूर्वाग्रह सकारात्मक रहेगा।
उन्होंने कहा कि भागीदारों को गिरावट पर खरीद वाले दृष्टिकोण के साथ कारोबार जारी रखना चाहिए और उन क्षेत्रों पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए जो बेंचमार्क के साथ तालमेल बिठाते हुए कारोबार कर रहे हैं।

First Published - January 14, 2022 | 11:25 PM IST

संबंधित पोस्ट