Hotels Stocks: लक्जरी हॉस्पिटैलिटी दिग्गज ईआईएच समेत सूचीबद्ध होटल शेयरों ने पिछले साल के दौरान शानदार प्रदर्शन किया और पिछले महीने भी उनमें तेजी का सिलसिला बना रहा। सेंसेक्स/निफ्टी के मुकाबले इस क्षेत्र की शीर्ष चार सूचीबद्ध कंपनियों का औसत प्रतिफल 4 प्रतिशत रहा। वहीं सेंसेक्स/निफ्टी के लिए पिछले महीने का प्रदर्शन लगभग सपाट बना रहा।
ईआईएच ने अपने प्रतिस्पर्धियों के साथ साथ बेंचमार्कों की तुलना में बेहतर प्रदर्शन किया और पिछले महीने के दौरान 36 प्रतिशत और तीन महीने में 70 प्रतिशत से ज्यादा का रिटर्न दिया। होटल शेयरों के लिए ताजा सकारात्मक बदलाव वित्त वर्ष 2024 की अक्टूबर-दिसंबर तिमाही का मजबूत प्रदर्शन होना रहा है। अनुमान है कि आगे भी यह मजबूती बनी रहेगी।
मोतीलाल ओसवाल रिसर्च का कहना है कि होटल उद्योग ने वित्त वर्ष 2024 की तीसरी तिमाही में अपना दमदार प्रदर्शन बरकरार रखा और उसे मुख्य तौर पर औसत कमरा दर (एआरआर) में वृद्धि और ऑक्यूपेंसी में सुधार से मदद मिली। एआरआर के मोर्चे पर ईआईएच आगे रही और उसने 19 प्रतिशत वृद्धि दर्ज की, जिसके बाद इंडियन होटल्स कंपनी (17 प्रतिशत वृद्धि) का स्थान रहा। कंपनी ने संकेत दिया है कि उपलब्ध प्रति कमरा राजस्व पिछले तीन महीनों में मजबूत बना रहा और भविष्य में एआरआर में सुधार आने का अनुमान है।
शैले होटल्स ने ऑक्यूपेंसी में 630 आधार अंक का सुधार दर्ज किया जबकि लेमन ट्री मुंबई में अपना ऑरिका खुलने की वजह से गिरावट (सालाना आधार पर 170 आधार अंक) दर्ज करने वाली एकमात्र कंपनी रही। तिमाही में मुख्य परिचालन मानकों पर प्रतिक्रिया करते हुए इंडिया रेटिंग्स ऐंड रिसर्च (इंड-रा) के निदेशक महावीर जैन ने कहा है कि होटल क्षेत्र ने वित्त वर्ष 2024 की तीसरी तिमाही में लगातार मजबूत परिचालन प्रदर्शन किया।
प्रदर्शन का मुख्य संकेतक रेवपार भी सालाना आधार पर 18 प्रतिशत तक बढ़कर 20 प्रतिशत हो गया। तिमाही आधार पर इसमें 10 से 12 प्रतिशत का इजाफा दर्ज किया गया। इंड-रा का मानना है कि मजबूत कमरा दरें बरकरार रहेंगी क्योंकि विशेषकर बड़े शहरों में फाइव-स्टार श्रेणी में मांग आपूर्ति से अधिक होती जा रही है।
अनुकूल मांग-आपूर्ति के अलावा विदेशी और घरेलू पर्यटकों की आवक जैसे अन्य कारक भी मजबूत बने हुए हैं और महामारी के दौरान गिरावट के बाद अब हालात में सुधार आया है।
घरेलू यात्री को बिक्री दिसंबर में सालाना आधार पर 19 प्रतिशत तक बढ़ी जबकि कैलेंडर वर्ष 2023 के लिए यह आंकड़ा 24 प्रतिशत अधिक था। विदेशी पर्यटकों की संख्या नवंबर 2023 में सालाना आधार पर 20 प्रतिशत बढ़ी। जहां कैलेंडर वर्ष 2023 में अब तक (नवंबर) विदेशी पर्यटकों की आवक भारत में महामारी-पूर्व स्तर से 16 प्रतिशत तक कम बनी रही, वहीं संकेत मिला है कि विदेशी पर्यटकों की संख्या में तेजी की संभावना बढ़ी है।
एमके रिसर्च के विश्लेषक संतोष सिन्हा और केविन शाह का मानना है कि इससे होटलों के लिए मांग को बढ़ावा मिल सकता है।
वित्त वर्ष 2024 की चौथी तिमाही में एआरआर बढ़ने की संभावना है क्योंकि हॉलिडे सीजन के बाद व्यवसाय संबंधित यात्राओं में तेजी आई है। चौथी तिमाही में शादियां और बिजनेस बैठकें भी होंगी जिससे मांग को मदद मिलेगी। ब्रोकरों को भविष्य में बड़ी कंपनियों के लिए मार्जिन सुधरने की संभावना लग रही है। उन्हें परिचालन लाभ में सुधार से मदद मिलेगी। ज्यादा संख्या में होटल कमरों का प्रबंधन अनुबंधों से जोड़ा जाएगा जिससे मार्जिन में इजाफा होगा।
इंडियन होटल्स कंपनी इन सकारात्मक बदलावों की मुख्य लाभार्थी है। प्रबंधन अनुबंधों के अलावा लेमन ट्री होटल्स को ऑरिका मुंबई से भी मदद मिलेगी। शैले होटल्स को उन वाणिज्यिक परिसंपत्तियों से मदद मिल सकती है जो ऊंचे मार्जिन से जुड़ी हुई हैं। हालांकि सभी तीनों होटलों पर ‘जोड़ें’ रेटिंग दी गई है, लेकिन पसंदीदा शेयर शैले होटल्स है।
मोतीलाल ओसवाल रिसर्च का मानना है कि 2024-25 में वृद्धि इस उद्योग में अनुकूल मांग-आपूर्ति परिदृश्य और कई मांग संबंधित बदलावों पर केंद्रित होगी जिनमें दिल्ली-एनसीआर और मुंबई में नए कन्वेंशन सेंटर की शुरुआत, आध्यात्मिक एवं धार्मिक पर्यटन और शादियों की संख्या में वृद्धि, कनेक्टिविटी में सुधार और विदेशी पर्यटकों की संख्या में बढ़ोतरी मुख्य रूप से शामिल हैं। ब्रोकरेज फर्म ने इंडियन होटल्स कंपनी और लेमन ट्री होटल्स पर ‘खरीदें’ रेटिंग दी है।