लगातार दूसरे दिन शेयर बाजार बिकवाली के भारी दबाव में रहा। खासकर मेटल, रियालिटी, एफएमसीजी और बैंकिंग सेक्टरों में।
निफ्टी 5000 के स्तर से नीचे गिरकर बंद हुआ जबकि सेंसेक्स जो गुरुवार को ही 17 हजार से नीचे आ चुका था और फिसलकर बंद हुआ। मिडकैप और स्मालकैप के शेयरों में भी खूब बिकवाली रही।
हालांकि सुबह बाजार 52 अंकों की तेजी लेकर 16,959 अंकों पर खुला था लेकिन दोपहर बाद बिकवाली का जो दबाव बना तो फिर संभल नहीं सका बाजार और सेंसेक्स शाम तक 257 अंक गिरकर 16,650 अंकों पर बंद हुआ जबकि निफ्टी करीब 79 अंक गिरकर 4946 अंकों पर बंद हुआ।
सेंसेक्स के गिरने वाले शेयरों की बात करें तो आईटीसी 4.2 फीसदी गिरकर 214 रुपए पर बंद हुआ जबकि टाटा मोटर्स में 3.6 फीसदी की गिरावट रही और यह 638 रुपए पर बंद हुआ। इसके अलावा जयप्रकाश एसोसिएट्स 3.4 फीसदी कमजोर होकर 238 पर रहा, एल ऐंड टी भी 2.5 फीसदी की गिरावट लेकर 2845 रुपए पर बंद हुआ।
इनके अलावा रिलायंस इंफ्रास्ट्रक्चर, ओएनजीसी,टीसीएस और रिलायंस भी 2.4-2.4 फीसदी की गिरावट लेकर क्रमश: 1291, 902, 934 और 2555 रुपए पर बंद हुए। हिंडाल्को भी 2.3 फीसदी की कमजोरी लेकर 193 पर पहुंच गया। आईसीआईसीआई बैंक और एसीसी के शेयरों में 1.9-1.9 फीसदी की गिरावट दर्ज की गई जबकि इंफोसिस और डीएलएफ 1.8-1.8 फीसदी फिसल कर क्रमश: 1826 और 610 रुपए पर आ गए।
मारुति, विप्रो, सत्यम और टाटा स्टील में भी कमजोरी रही। सेंसेक्स के चढ़ने वाले शेयरों की बात करें तो भारती एयरटेल 2.3 फीसदी चढ़कर 837 और एचडीएफसी 2 फीसदी गिरकर 2678 रुपए पर बंद हुआ। हिंदुस्तान यूनीलीवर और एचडीएफसी बैंक में भी 0.3 फीसदी की तेजी रही और ये स्टॉक क्रमश: 235 और 1383 रुपए पर बंद हुए।
सेक्टरों की बात करें तो सबसे ज्यादा कमजोरी रियालिटी सेक्टर में रही। यह सेक्टर 2.38 फीसदी फिसलकर 7510.14 अंकों पर आ गया जबकि मेटल सेक्टर में 2.08 फीसदी की गिरावट रही और इसका इंडेक्स 16705.80 अंकों पर रहा। इसके अलावा एफएमसीजी सेक्टर भी 2.15 फीसदी की कमजोरी लेकर 2387.47 अंकों पर पहुंच गया। तेल कंपनियों के शेयरों में भी गिरावट रही और इसका इंडेक्स 2.15 फीसदी कमजोर पड़ गया। बैंकेक्स और आईटी भी पीछे नहीं रहे। बैंकेक्स 1.72 फीसदी गिरा जबकि आईटी इंडेक्स 1.75 फीसदी गिरकर बंद हुआ। ऑटो में भी 1.39 फीसदी की गिरावट रही।
टर्नओवर की बात करें तो सबसे ज्यादा कारोबार रिलायंस कैपिटल में 283.43 करोड़ का रहा, इसके बाद केयर्न इंडिया में 175.73 करोड़, रिलायंस में 151.06 करोड़, रिलायंस पावर में 138.29 करोड़ और इस्पात में 126.68 करोड़ का कारोबार हुआ।
वॉल्यूम की बात करें तो इस्पात में सबसे ज्यादा 3.57 करोड़ शेयरों का कारोबार हुआ, इसके बाद आईएफसीआई में 1.68 करोड़, एश्वर्या टेलिकॉम में 1.12 करोड़, आइडिया सेल्यूलर में 92 लाख और रिलायंस नैचुरल में 81 लाख शेयरों का कारोबार हुआ।