लगातार गिरते शेयर बाजारों से भले ही बाकी प्रदेशों के लोग कमाई करने में नाकाम साबित हो रहे हों, धन कमाने में माहिर समझे जाने वाले गुजरातियों के लिए अभी भी शेयर बाजार धन उगाही का जरिया बने हुए हैं।
हालांकि कमाई का यह जरिया जरा हट के है। वह ऐसे कि पिछले तीन सालों में मुंबई और गुजरात में निजी और प्रतिष्ठित संस्थानों ने कई ऐसी कोचिंग क्लास खोली हैं, जहां दलाल स्ट्रीट की गुत्थियां समझायी जाती हैं।
बाजार की समझ बढ़ाने के इस कारोबार में आए बूम की वजह से लोगों की बाजार की समझ भी बढ़ रही है। लोगों में बाजार के साथ-साथ जिंस कारोबार(कमोडिटी मार्केट)और म्युचुअल फंड में सबसे ज्यादा रुचि देखी जा रही है। अहमदाबाद के चार्टर्ड एकाउंटेट एस.एन. वालेरा के मुताबिक पहले वह पोर्टफोलियो मैनेजमेंट फर्म में काम करते थे पर अपने कुछ मित्रों के बताने पर उसने तीन साल पहले आशापुरा इंटरप्राइजेज की शुरूआत की।
यहां बाजार के नियम-कायदों के साथ व्यावहारिक और तकनीकी जानकारी भी दी जाती है।उनके अनुसार, शेयर बाजार में आई इस उथल-पुथल के बावजूद मार्केट कोचिंग के इस धंधे पर कोई नकारात्मक असर नहीं पड़ा है। उल्टे बाजार में आयी मंदी ने लोगों को निवेश करने से पहले सोचने-समझने को मजबूर किया है। उनकी इस बात का समर्थन करते हुए आईसीए कोचिंग क्लास की काजल सरकार कहती हैं-बाजार में आने वाली ऐसी जबरदस्त मंदी से ही लोगों को ऐसी किसी क्लास की जरूरत महसूस होती है।