facebookmetapixel
Silver ETF Investment: इस दिवाली सिल्वर ETF में निवेश करने से पहले समझें 5-12% प्रीमियम का जोखिमQ2 Results 2025: IREDA से लेकर टेक महिंद्रा तक, आज आएंगे 20 से ज्यादा कंपनियों के नतीजेRBI ने लॉन्च किया ऑफलाइन डिजिटल रुपया, अब बिना इंटरनेट के भी कर सकेंगे पेमेंटAxis और Tata MF ने Silver ETF में नया निवेश रोकाStock Market Update: शेयर बाजार की पॉजिटिव शुरुआत, सेंसेक्स 200 से ज्यादा अंक चढ़ा; निफ्टी 25300 के करीबStocks To Watch Today: HCLTech के मजबूत नतीजे, LG IPO की एंट्री; आज बाजार में रहेंगे ये स्टॉक्स चर्चा मेंतमिलनाडु में 15,000 करोड़ रुपये के निवेश से विस्तार करेगी फॉक्सकॉनRetail Inflation: सितंबर में खुदरा महंगाई घटकर 1.54% रही, 8 साल में सबसे कमहमास ने 20 बंधकों को किया रिहा, इजरायल ने 1,900 फिलिस्तीनी कैदियों की अदला-बदली कीभारत में आत्महत्या की घटनाओं में 23% की बढ़ोतरी, नौकरी से तनाव और मानसिक उत्पीड़न बड़ा कारण

वैश्विक फंड मैनेजरों का भारत के बाजार पर तेजी का नजरिया- BofA

विभिन्न बाजारों में निवेशकों ने जापान के अलावा भारत और ताइवान को तरजीह दी जबकि थाईलैंड और चीन से दूर रहे।

Last Updated- February 15, 2024 | 10:44 PM IST
वैश्विक फंड मैनेजरों का भारत के बाजार पर तेजी का नजरिया- BofA, 19% of global fund managers bullish on India; Japan most preferred: BofA

बोफा एशिया फंड मैनेजर के ताजा सर्वेक्षण से पता चलता है कि 19 फीसदी वैश्विक फंड मैनेजर भारत पर तेजी का नजरिया बरकरार रखे हुए हैं। बोफा ने कहा कि 2 फरवरी से 8 फरवरी के बीच हुए सर्वेक्षण में कुल 249 प्रतिभागियों (जिनकी प्रबंधनाधीन परिसंपत्तियां 656 अरब डॉलर हैं) ने हिस्सा लिया।

बोफा के अनुसार 568 अरब डॉलर एयूएम वाले 209 भागीदारों ने ग्लोबल एफएमएस के सवालों का जवाब दिए जबकि 331 अरब डॉलर एयूएम वाले 145 भागीदारों ने रीजनल फंड मैनेजर सर्वेक्षण के सवालों के जवाब दिए।

सर्वेक्षण के नतीजों से पता चलता है कि तकनीक पर अनुकूल नजरिया बरकरार रहा वहीं रियल एस्टेट अब पसंदीदा नहीं रहा। विभिन्न बाजारों में निवेशकों ने जापान के अलावा भारत और  ताइवान (शुद्ध रूप से 19-19 फीसदी ओवरवेट) को तरजीह दी जबकि थाईलैंड (शुद्ध रूप से 17 फीसदी अंडरवेट) और चीन (-23 फीसदी) से दूर रहे।

वैश्विक स्तर पर 61 फीसदी प्रतिभागियों ने अल्फाबेट, एमेजॉन, ऐपल, मेटा प्लेटफॉर्म्स, माइक्रोसॉफ्ट, एनवीडिया और टेस्ला पर तेजी का नजरिया बरकरार रखा जिन्हें मैग्निफिसेंट सेवन के नाम से जाना जाता है। बोफा ने कहा कि ज्यादातर ने चीन की इक्विटी को शॉर्ट करना (25 फीसदी प्रतिभागी) और जापान की इक्विटी पर लॉन्ग की रणनीति अपनाने की बात की। 

चीन के इक्विटी बाजार निवेशकों को उत्साहित करने में नाकाम रहे और ज्यादातर ने या तो बाहर रहने या उस बाजार से दूर रहना पसंद किया। करीब 15 फीसदी एफएमएस प्रतिभागी किसी उछाल के समय अपना निवेश घटाने पर विचार कर रहे हैं।

उगता हुआ सूर्य

दूसरी ओर जापान को लेकर निवेशकों का तेजी का नजरिया बरकरार है और 29 फीसदी एफएमएस प्रतिभागी अगले 12 महीने में उसके इक्विटी बाजार से दो अंकों में रिटर्न की उम्मीद कर रहे हैं। 25 फीसदी प्रतिभागी नहीं मान रहे हैं कि जापान के इक्विटी बाजार साल 2024 में सर्वोच्च स्तर पर पहुंचेंगे।

इस हफ्ते जापान के बाजारों ने 34 साल के उच्चस्तर को छुआ और निक्केई 38,000 पर पहुंच गया जो जनवरी 1990 के बाद का सर्वोच्च स्तर है। मॉर्गन स्टैनली के विश्लेषकों ने हालिया नोट में कहा है कि वैश्विक इक्विटी के स्तर पर जापान ओवरवेट वाला बाजार बना हुआ है।

First Published - February 15, 2024 | 10:44 PM IST

संबंधित पोस्ट