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FPI ने जुलाई में अब तक शेयरों में 30,600 करोड़ रुपये डाले

चीन में मूल्यांकन अब भारत की तुलना अधिक आकर्षक है। ऐसे में FPI ‘चीन में बेचो, भारत में खरीदो’ नीति पर ज्यादा समय तक टिके नहीं रह सकते।’

Last Updated- July 16, 2023 | 2:15 PM IST
The market succumbed to the selling by foreign investors, FPI has withdrawn Rs 21,272 crore so far in February विदेशी निवेशकों की बिकवाली के आगे बाजार ने टेके घुटने, FPI ने फरवरी में अब तक 21,272 करोड़ रुपये निकाले
BS

विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों (FPI) का भारतीय शेयर बाजारों में निवेश का सिलसिला लगातार जारी है। जुलाई के पहले पखवाड़े में FPI ने भारतीय शेयर बाजारों में शुद्ध रूप से 30,600 करोड़ रुपये से अधिक का निवेश किया है। देश की मजबूत आर्थिक वृद्धि तथा कंपनियों के तिमाही नतीजे बेहतर रहने के बीच भारतीय बाजारों के प्रति FPI का आकर्षण कायम है। यदि FPI का यही रुख जारी रहता है, तो जुलाई में शेयरों में उनके निवेश का आंकड़ा मई और जून को पार कर सकता है।

भारतीय शेयरों में FPI फ्लो सकारात्मक

विदेशी निवेशकों ने मई में शेयरों में 43,838 करोड़ रुपये और जून में 47,148 करोड़ रुपये का निवेश किया था। डिपॉजिटरी के आंकड़ों से पता चलता है कि इस साल अबतक शेयर बाजारों में FPI का निवेश 1.07 लाख करोड़ रुपये पर पहुंच गया है। बाजार विश्लेषकों का मानना ​​है कि भारतीय शेयरों में FPI प्रवाह का परिदृश्य सकारात्मक बना हुआ है।

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चीन में मूल्यांकन अब भारत की तुलना में अधिक आकर्षक

जियोजीत फाइनेंशियल सर्विसेज के मुख्य निवेश रणनीतिकार वी के विजयकुमार ने कहा, ‘चिंता की बात सिर्फ बढ़ता मूल्यांकन है। चीन में मूल्यांकन अब भारत की तुलना अधिक आकर्षक है। ऐसे में FPI ‘चीन में बेचो, भारत में खरीदो’ नीति पर ज्यादा समय तक टिके नहीं रह सकते।’

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भारतीय शेयरों में FPI के निवेश का सिलसिला मार्च से जारी

आंकड़ों के अनुसार, इस महीने अबतक यानी 14 जुलाई तक FPI ने भारतीय शेयरों में 30,660 करोड़ रुपये डाले हैं। भारतीय शेयर बाजारों में उनके निवेश का सिलसिला मार्च से जारी है। मार्च से पहले, विदेशी निवेशकों ने जनवरी और फरवरी में शेयरों से सामूहिक रूप से 34,626 करोड़ रुपये निकाले थे। समीक्षाधीन अवधि में विदेशी निवेशकों ने शेयरों के अलावा भारतीय ऋण या बॉन्ड बाजार में भी 1,076 करोड़ रुपये डाले हैं।

First Published - July 16, 2023 | 2:13 PM IST (बिजनेस स्टैंडर्ड के स्टाफ ने इस रिपोर्ट की हेडलाइन और फोटो ही बदली है, बाकी खबर एक साझा समाचार स्रोत से बिना किसी बदलाव के प्रकाशित हुई है।)

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