शुरुआती कारोबार में 610 अंक की औंधे मुंह हुई गिरावट के बाद नाटकीय तौर पर सेंसेक्स दिन के कारोबार में 561.55 अंक उबरकर अंत में 52 अंक नीचे बंद हुआ।
तीस शेयर आधारित बीएसई सेंसेक्स 51.80 अंक या 0.32 प्रतिशत की गिरावट के साथ 15 923.72 पर बंद हुआ।
नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी भी 28.80 अंक की गिरावट के साथ 4800.40 पर बंद हुआ। कारोबारियों ने बताया कि बीएसई में एलएंडटी के शेयर भारी बिकवाली दबाव में रहे।
एलएंडटी के शेयरों में सबसे अधिक 8.68 प्रतिशत की गिरावट दर्ज हुई। चीन, जापान, सिंगापुर, कोरिया और ताइवान जैसे अन्य एशियाई देशों के इन्डेक्स भी एक से साढ़े तीन प्रतिशत की गिरावट के साथ बंद हुए।
रीयल एस्टेट कंपनी डीएलएफ लिमिटेड, सीमेंट कंपनी एसीसी, ऑटो कंपनी बजाज ऑटो, भारती एयरटेल तथा टाटा स्टील के शेयरों में तीन से सात प्रतिशत की तेजी दर्ज हुई जबकि आईटी शेयर विप्रो सत्यम तथा मारुति, भेल और एलएंडटी के शेयरों में तीन से नौ प्रतिशत की गिरावट आई।
बाजार में 1915 शेयर नुकसान के साथ और 749 शेयर लाभ के साथ बंद हुए। कारोबार का आकार कुछ सुधरकर 6895.62 करोड़ रुपए हो गया। शुक्रवार को यह 6272.94 करोड़ रुपए था।
आरएनआरएल के शेयरों में सबसे अधिक 424.96 करोड़ रुपए का कारोबार दर्ज किया गया। इसके बाद रिलायंस इंडस्ट्रीज में 347.73 करोड़ रुपए, आरपीएल में 335.52 करोड़ रुपए, एलएंडटी में 322.61 करोड़ रुपए और एस्सार ऑयल में 244.99 करोड़ रुपए का कारोबार हुआ।
एलएंडटी, भेल, ग्रासिम, एचडीएफसी, आईसीआईसी आई बैंक, हिन्दुस्तान यूनीलीवर लिमिटेड, इन्फोसिस टेक, मारुति, रिलायंस एनर्जी, सत्यम कंप्यूटर, टीसीएस और विप्रो के शेयर नुकसान के साथ बंद हुए।