इन कंपनियों ने इंडिया 2008 की कॉन्फ्रेंस में हिस्सा लिया था। ये कंपनियां सेंसेक्स में शामिल बड़ी कंपनियों जैसी नहीं हैं लेकिन कारोबार में ये उनसे कहीं आगे हैं।
कम से कम इनकी बिक्री और मुनाफे का चार्ट तो यही कहानी कहता है। सिटीग्रुप और एल्डवायस की इस कॉन्फ्रेंस में करीब 100 कंपनियों ने भाग लिया था। हमारे पास 94 कंपनियों के 2007-08 और 2008-09 के अनुमानित आंकडे हैं। इन कंपनियों की औसत बिक्री बढ़ने की दर 2007-08 में 22.93 फीसदी रही है, हालांकि ये 2006-07 की 35.1 की दर से काफी कम है। लेकिन 2008-09 में इनकी बिक्री की बढ़त 24.48 फीसदी की दर से होने का अनुमान है।
इन 94 कंपनियों का ऑपरेटिंग मार्जिन 2007-08 में करीब 21.54 फीसदी रहने का अनुमान है लेकिन 2008-09 में इसके बढ़कर 22.52 फीसदी होने की उम्मीद है।जबकि 2007-08 में इनका परिचालन लाभ 22.96 फीसदी की दर से बढ़ने का अनुमान है जबकि 2008-09 में यह 37.1 फीसदी की दर से बढ़ने की उम्मीद है। हालांकि 2006-07 में ये 51.85 फीसदी की दर से बढ़ा था।
इस गणित में शामिल नॉन सेंसेक्स स्टॉक्स का शुध्द मुनाफे में वृध्दि की दर 2007-08 में घटकर 23.23 फीसदी रहने की उम्मीद है जबकि 2006-07 में यह 55.35 फीसदी की दर से बढ़ा था। हालांकि 2008-09 में लाभ 37.1 फीसदी की दर से बढ़ने की उम्मीद की जा रही है। साल 2008-09 में सबसे ज्यादा ग्रोथ हाउसिंग और इंफ्रास्ट्रक्चर, कंस्ट्रक्शन, आईटी, फार्मा और मेटल सेक्टर में ही देखने को मिलेगी।
जबकि बैंकिंग, कैपिटल गुड्स, और एफएमसीजी सेक्टर में सबसे कम ग्रोथ देखी जा रही है। सैम्पल मे ली गई 11 इंफ्रास्ट्रक्चर कंपनियों को 2007-08 और 2008-09 में अपनी आय में 50 फीसदी तक की बढ़त मिलने की उम्मीद है। जबकि ऑपरेटिंग लाभ की बात करें तो इसमें 2007-08 में 62 फीसदी और 2008-09 में 67 फीसदी का इजाफा रहने की उम्मीद है।
चार दिग्गज सॉफ्टवेयर कंपनियों से अलग मझोली और छोटी सॉफ्टवेयर कंपनियां भी 2007-08 और 2008-09 में बेहतर कारोबार की उम्मीद कर रही हैं। नौ टेक्नोलॉजी कंपनियों के सॉफ्टवेयर एजुकेशन, सर्विस और हार्डवेयर में कमाई 2007-08 में 22.4 फीसदी बढने की उम्मीद है। इन कंपनियों का शुद्ध लाभ भी 2007-08 में 3 फीसदी और 2008-09 में 56 फीसदी बढ़ने का अनुमान लगाया जा रहा है।
साल 2008-09 में स्टील,एल्यूमीनियम और कॉपर के उत्पादन में लगीं कंपनियों का प्रदर्शन भी बेहतर हो सकता है। इनकी बिक्री में औसत बढ़त 12.2 फीसदी रहने का अनुमान है। इन कंपनियों का शुध्द लाभ भी 2006-07 के 7 फीसदी से बढ़कर 2008-09 में 20.3 फीसदी होने का अनुमान है। 2008-09 में मझोले बैंकों का (सरकारी और निजी) कारोबार बहुत अच्छा रहने की उम्मीद नहीं है। कैपिटल गुड्स सेक्टर के बिक्री ग्रोथ 2008-09 में घटकर करीब 37 फीसदी रहने की उम्मीद है।