आज निफ्टी 2.32 फीसदी गिरकर 3000 से नीचे 2968.65 अंकों पर बंद हुआ। तकनीकी चार्ट के आधार पर अगर निफ्टी 2920 के नीचे बंद होता है तो यह आगे और गिर सकता है।
2900 के भाव पर पुट विकल्प में ओपन इंट्रेस्ट 35.9 शेयरों से बढा जबकि 2800 के पुट में 37.2 लाख शेयरों का ओपन इंट्रेस्ट जुड़ा। इस आधार पर कहा जा सकता है कि निफ्टी बुधवार को दिसंबर सीरीज के अंतिम दिन 2800 से 2900 के बीच रह सकता है।
कारोबार के अंत के सेटलमेंट डाटा बताते हैं कि निफ्टी दिसंबर में 61.4 लाख शेयरों का ओपन इंट्रेस्ट घटा, वहीं जनवरी फ्यूचर्स में 40.9 लाख शेयरों का ओपन इंट्रेस्ट बढ़ा।
इसका अर्थ यह हुआ कि तेजड़ियों ने मुनाफावसूली के साथ अपनी लांग पोजीशन अनवाइंड की, वहीं मंदड़ियों ने शॉर्ट पोजीशन रोलओवर की।
निफ्टी दिसंबर फ्यूचर्स स्पॉट इंडेक्स से चार अंकों के प्रीमियम पर बंद हुआ, वहीं जनवरी फ्यूचर्स ने कारोबार की समाप्ति दिसंबर फ्यूचर्स से 14 अंकों के प्रीमियम के साथ की। जनवरी सीरीज में 2.345 करोड़ शेयरों का रोलओवर देखा गया जो पिछले माह की तुलना में काफी अधिक है।
तब इसी समय दिसंबर फ्यूचर्स में 1.509 करोड़ शेयरों का रोलओवर देखने को मिला था। आज बाजार में हुई गिरावट का प्रमुख कारण कंस्ट्रक्शन और इंजीनियरिंग फर्म लॉर्सन एंड टुब्रो में आई गिरावट रही। इसका शेयर आज 4.9 फीसदी गिरकर 774.85 रुपये पर पहुंच गया।
यह गिरावट अर्थव्यवस्था से जुड़ी चिंताओं के चलते हुई। एल एंड टी के दिसंबर फ्यूचर्स में जहां 839,200 शेयरों का ओपन इंट्रेस्ट कम हुआ वहीं जनवरी सीरीज में 534,100 शेयरों का ओपन इंट्रेस्ट बढ़ा। यह लांग पोजीशन अनवाइंड होने का संकेत है।
जनवरी सीरीज में ताजा शॉर्ट पोजीशन बनने से विशाल पेट्रोकेमिकल्स कंपनी रिलायंस इंडस्ट्रीज का शेयर लगातार तीसरे दिन गिरा।
इसके दिसंबर फ्यूचर्स में 16 लाख शेयरों का ओपन इंट्रेस्ट कम हुआ जबकि जनवरी सीरीज में 15.5 लाख शेयरों का ओपन इंट्रेस्ट जुड़ा। यह शॉर्ट रोलओवर की ओर इशारा है।
कारोबारियों को अंदेशा है कि लगातार कम होती कच्चे तेल की कीमतों का रिलांयस के रिफाइनरी मार्जिन पर बुरी तरह प्रभाव पड़ेगा।