नकदी संकट से जूझ रही टेलीकॉम ऑपरेटर के 18,000 करोड़ रुपये के फॉलो-ऑन पब्लिक ऑफर (FPO) के शुरू होते ही गुरुवार के कारोबार में वोडाफोन आइडिया लिमिटेड के शेयर 4 फीसदी चढ़ गए। आज यानी 18 अप्रैल से शुरू हुए इस एफपीओ में 22 अप्रैल तक रिटेल निवेशक बोली लगा सकते हैं। इसका प्राइस बैंड 10-11 रुपये मूल्य सीमा में तय किया गया है। अगर यह इश्यू कामयाब होता है तो यह देश का सबसे बड़ा FPO होगा।
4 फीसदी से ज्यादा चढ़े शेयर
आज एफपीओ के आने के बाद से वोडाफोन आइडिया के शेयर बीएसई पर 4.33 प्रतिशत बढ़कर 13.48 रुपये के उच्च स्तर पर पहुंच गए। वहीं आईआईएफएल सिक्योरिटीज ने वोडाफोन आइडिया के टारगेट प्राइस को बढ़ाकर 14 रुपये कर दिया है। आईआईएफएल सिक्योरिटीज ने कहा कि वह अगले तीन सालों में टैरिफ में दो दौर की बढ़ोतरी हो सकती है, जिससे टेलीकॉम कंपनियों को फायदा होगा।
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एक्सपर्ट्स का मानना है कि इसके बाद कंपनी का कर्ज कम होने की संभावना है जो कि Vi के लिए पॉजिटिव साबित हो सकता है। कंपनी की AGR देनदारी में कमी आने की अच्छी संभावना है, जो वीआई के लिए सकारात्मक है।
एंकर निवेशकों से जुटाए 5000 करोड़ से अधिक
वोडाफोन आइडिया ने 5,400 करोड़ रुपये जुटाने के लिए एंकर निवेशकों को 11 रुपये प्रति शेयर (प्राइस बैंड के टॉप-एंड) पर 4.9 बिलियन शेयर अलॉट किए हैं। एंकर कैटेगरी में कुल 74 अलग-अलग स्कीम्स में शेयर अलॉट किए गए। अमेरिका की GQG पार्टनर्स ने 1,347 करोड़ रुपये मूल्य का सब्सक्रिप्शन लिया जो कि एंकर कैटेगरी का करीब एक चौथाई हिस्सा है। इसके अलावा अन्य बड़े ग्राहक Fidelity, Stichting, Redwheel, Motilal Oswal Mutual Fund और Troo Capital रहे।
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बता दें, मोबाइल ऑपरेटर पिछले आठ वर्षों से लगातार घाटे में चल रहा है और वित्त वर्ष 2022-23 में 29,371 करोड़ रुपये का शुद्ध घाटा और 6,251 करोड़ रुपये का नकद घाटा दर्ज किया गया है। इसकी तुलना में, अप्रैल से दिसंबर 2023 की अवधि (9MFY24) के दौरान इसने 23,563 करोड़ रुपये का शुद्ध घाटा और 6,681 करोड़ रुपये का नकद घाटा दर्ज किया।