साल 2023 की शुरुआत में कई तरह के अवरोधों के बावजूद भारतीय बाजारों का प्रदर्शन मजबूत रहा और साल के लिए उसकी वृद्धि दर 19-20 फीसदी रही। नए रिकॉर्ड बनने के बाद भी साल 2024 में प्रवेश के समय निवेशकों का सेंटिमेंट मजबूत बना हुआ है क्योंकि महंगाई कम है, कम ब्याज दर के स्थिर रहने, उच्च आर्थिक वृद्धि और मजबूत निवेश की उम्मीद है।
हालांकि ज्यादातर ब्रोकरेज फर्मों के लिए चिंता का विषय मूल्यांकन है। एचडीएफसी सिक्योरिटीज ने कहा है कि निफ्टी-50 इंडेक्स अभी वित्त वर्ष 24 की आम सहमति वाली प्रति शेयर आय के 23 गुने पर और वित्त वर्ष 25 की आय के 20 गुने पर कारोबार कर रहा है, जो अगले 12 महीने में बढ़त की सीमित संभावना का संकेत देता है।
ऐक्सिस सिक्योरिटीज का भी मानना है कि मौजूदा मूल्यांकन और विस्तार की सीमित गुंजाइश की पेशकश करता है। कंपनियों की आय में बढ़ोतरी आने वाले समय में बाजार के रिटर्न को आगे ले जाने वाले प्रमुख वाहक होगी। मिड-कैप व स्मॉल-कैप सूचकांकों में तीव्र बढ़ोतरी (जिनमें क्रमश: 46 फीसदी व 48 फीसदी का इजाफा हुआ है) को देखते हुए निवेशक साल 2024 में लार्जकैप के साथ चिपके रहकर लाभ की स्थिति में होंगे। राम प्रसाद साहू ने छह ब्रोकरेज फर्मों की तरफ से चयनित क्षेत्रों व शेयरों की सूची तैयार की है, जिनमें साल 2024 व उससे आगे भी चमक की उम्मीद है :
पुरानी अर्थव्यवस्था और निर्यात की कहानी पर ध्यान केंद्रित करते हुए निचले स्तर पर रहे शेयरों का चयन अगले साल संतोषजनक रिटर्न सृजन के लिहाज से अहम रहेगा। प्रमुख थीम हैं:
विनिर्माण : भारत विनिर्माण में बदलाव के कगार पर है और 2024 के आम चुनाव के बाद नीतिगत निरंतरा से इसे और मजबूती मिलने की उम्मीद है।
पीएसयू बैंक : पीएसयू बैंक के क्षेत्र में वृद्धि की रफ्तार बरकरार रहने की उम्मीद है। बैंक अपनी परिसंपत्ति/इक्विटी पर 1 फीसदी/15-16 फीसदी के स्थिर रिटर्न बनाए रखने की ओर अग्रसर है और इनकी दोबारा रेटिंग की गुंजाइश है।
एनबीएफसी : सोने की उच्च कीमत के कारण गोल्ड लोन से ज्यादा ग्राहक जुड़ रहे हैं, जिससे एनबीएफसी के गोल्ड लोन ग्राहकों की आर्थिक गतिविधियों में सुधार हो रहा है, साथ ही कंज्यूमर क्रेडिट के लिए जोखिम भारांक भी बढ़ा रहा है। इससे गोल्ड लोन की वृद्धि को सहारा मिलेगा।
आईटी सेवा : आईटी सेवााओं को सेक्टर रोटेशन थीम से लाभ मिलेगा। इस सेगमेंट को वैश्विक ब्याज दर चक्र से भी फायदा मिलेगा।
उपभोग : साल 2023 में सुस्त प्रदर्शन के बाद उपभोग क्षेत्र में साल 2024 के दौरान आकर्षित कर सकता है। खास तौर से क्विक रेस्टोरेंट क्षेत्र अपने मौजूदा आकर्षक मूल्यांकन के चलते मजबूत रिटर्न देने की स्थिति में है।
ब्रोकरेज के रेडार पर पूंजीगत खर्च का चक्र है, जो कोर सेक्टर, ग्रीन ग्रोथ और उत्पादन से जुड़ाव वाली प्रोत्साहन योजना समर्थित है।
सीमेंट : क्षमता विस्तार के बीच ज्यादा उत्पादन क्षमता का इस्तेमाल संभव है। यह क्षेत्र वित्त वर्ष 23-27 के दौरान विस्तार में 1.8 गुने की तेजी ला सकता है।
स्टील : हरित ऊर्जा पर ध्यान केंद्रित किए जाने के बीच क्षमता दोगुनी हो सकती है। पांच अग्रणी स्टील विनिर्माताओं की तरफ से सालाना पूंजीगत खर्च अगले कुछ साल में दोगुना होता दिख रहा है।
वाहन बिक्री : इस क्षेत्र की बिक्री अपने सर्वकालिक स्तर पर है और प्रीमियम उत्पादों को लेकर रुझान मजबूत हो रहा है।
बैंक : उधारी में मजबूत रफ्तार, एनपीए के लिए कम प्रावधान और रिटर्न अनुपातों में सुधार के साथ ये मजबूती के साथ वापस आ गए हैं।
रियल एस्टेट : यह क्षेत्र एक दशक में सुधार से रूबरू हो रहा है और बिक्री मजबूत बनी हुई है। उद्योग अब औपचारिक बन रहा है और एंड-यूजर हाउसिंग की मजबूत मांग है।