विश्लेषकों ने कहा है कि हिंडनबर्ग रिसर्च की रिपोर्ट के बाद अदाणी समूह (Adani Group) की कंपनियों के शेयरों में आई तेज गिरावट लंबी अवधि के लिहाज से इन शेयरों की खरीदारी का अच्छा मौका है। उन्होंने हालांकि कहा कि इस रिपोर्ट को लेकर बाजार की प्रतिक्रिया जरूरत से ज्यादा है।
रिपोर्ट पर टिप्पणी करते हुए केआर चोकसी शेयर्स ऐंड सिक्योरिटीज के प्रबंध निदेशक देवेन चोकसी ने कहा, भारी भरकम अनुवर्ती सार्वजनिक निर्गम (एफपीओ) से पहले शेयरों में गिरावट की आशंका थी। अदाणी समूह की इन कंपनियों में फंडामेंटल के लिहाज से कोई खामी नहीं है।
मूल्यांकन हालांकि चिंता का विषय था। तेज गिरावट ने इस चिंता को काफी हद तक दूर किया है।अदाणी समूह की कंपनियों के शेयरों में आई तेज गिरावट वैसे निवेशकों को खरीदारी का अच्छा मौका दे रही है, जो मध्यम से लंबी अवधि के लिहाज से इसे खरीदना चाहते हैं।
वेंचुरा सिक्योरिटीज के शोध प्रमुख विनीत बोलिंजकर का भी कहना है कि अदाणी समूह के शेयरों के साथ फंडामेंटल के लिहाज से कोई खामी नहीं है। उन्होंने इस रिपोर्ट के समय को लेकर सवाल उठाया, खास तौर से अदाणी एंटरप्राइजेज के एफपीओ से पहले।
उन्होंने कहा, मुझे नहीं लगता कि समूह के कारोबार के साथ कोई खामी है। हिंडेनबर्ग रिपोर्ट में अदाणी समूह को लेकर जो सूचनाएं दी गई हैं वह सार्वजनिक तौर पर पहले से ही मौजूद है। इन शेयरों में हिंडेनबर्ग पहले ही शॉर्ट पोजीशन बना चुका है। ऐसे में रिपोर्ट पेश करने का समय उत्सुकता बढ़ाता है।
कॉरपोरेट गवर्नेंस के लिहाज से अदाणी भारत व विदेश से कर्ज जुटा रहा है और यह दोनों बाजारों में नो योर कस्टमर के दायरे में है। इस रिपोर्ट पर बाजार ने अत्यधिक प्रतिक्रिया जता दी है। अदाणी पोर्ट्स और अंबुजा सीमेंट्स (जहां अदाणी की बहुलांश हिस्सेदारी है) का कारोबार काफी अच्छा है। उसने ठोस बुनियाद रखी है और ये चीजें हवा में नहीं हैं।